पशुपालक के बाड़े में जंगली जानवर के हमले के बाद अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि पैंथर या जरख परिवार ने मवेशियों पर हमला किया है लेकिन गांव में पैंथर के हमला करने की चर्चा से दहशत का माहौल है । मौके पर पहुंचे पाटन वन विभाग के रेंजर मनोज कुमार मीणा ने बताया कि पैरों के निशानों को देखने से लगता है कि जरख परिवार के झुंड ने हमला किया है । मीणा के अनुसार हमला पैंथर परिवार का भी हो सकता, लेकिन अभी साफ तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता है।
पशुपालक कैलाश गुर्जर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से परिवार के सामने संकट खड़ा हो गया है। उसकी खराब हालत को देखते हुए ग्राम वासी मदद करने में जुटे हैं। मेघवंशी जागृति संस्थान व गांव के कृष्ण कुमार ने 11 – 11 हजार रुपए व पाटन रेंजर मनोज मीणा ने 51 सौ रुपए सहायता के रूप में कैलाश गुर्जर को प्रदान किए हैं।