सिंहस्थ में भंडारों के लिए तीन अखाड़ों ने शुरू की तैयारी
सिंहस्थ में साधु-संतों के पुण्य लाभ के साथ श्रद्धालुओं को शुद्ध और सात्विक व्यंजनों का आंनद भी मिलेगा। तीस दिवसीय सिंहस्थ में लगने वाले भंडारों में श्रद्धालुओं को करीब 24 तरह के शाही व्यंजन परोसे जाएंगे। इनमें चंद्रकला, मोती पाक, नवरंग लड्डू सहित मोहन थाल जैसे पकवान रहेंगे। अखाड़ों में इन भंडारों के लिए तैयारी भी शुरू हो गई है। इसके लिए 350 हलवाई की फौज जुटेगी जो रोजाना यात्रियों को भरपेट भोजन करवाएगी।
सिंहस्थ में श्री पंचायती महानिर्वाणी, श्री पंचायती निरंजनी व श्री पंचायती आनंद अखाड़े हरिद्वार के करीब 70 भंडारे संचालित होंगे। इनकी व्यवस्था संचालित करने हरिद्धार से आए हलवाई राजेंद्र कुमार ने पत्रिका को बताया कि तीनों अखाड़ों के महामण्डलेश्वरों के करीब 70 भंडारों में 350 हलवाई लगेंगे। इनमें 200 बाहर से तथा 150 शहर के रहेंगे, जो प्रतिदिन अलग-अलग पकवान तैयार करेंगे। भंडारे में दो मिठाई, दो सब्जी, दाल-चावल, कचौरी, पूरी तैयार किया जाएगा। वहीं खास मौके पर शाही व्यंजन भी बनाए जाएंगे। खाने की विशेषता यह रहेगी कि इसमें लहसुन व प्याज नहीं होगा। निरंजनी अखाड़े के श्रीमहंत रवींद्रपुरीजी के मुताबिक 25 फरवरी के बाद महामण्डलेश्वर बालकानंदगिरि महाराज दिल्ली से एक ट्रक भर के राशन लेकर शहर पहुंच रहे हैं।
रोजाना 140 क्विंटल राशन होगा खर्च
तीनों अखाडों के 70 भंडारों में प्रतिदिन 140 क्विंटल राशन खर्च होने का अनुमान है। इनमें एक अखाड़ों में करीब 20 क्विंटल राशन उठेगा। इसमें 1.50 क्विंटल चावल ,4 क्विंटल आटा, 5 क्विंटल सब्जी ,1 क्विंटल दाल ,100 किलो दही, 10 डब्बे शुद्ध घी, 10 डिब्बे तेल सहित अन्य राशन रहेगा।
मिठाई- भंडारों में चंद्रकला, मोती पाक, मक्खन वड़ा, मोतीकंद, नवरंग लड्डू , मोहन थाल, जलेबी, इमरती, केसर श्रीखंड, फ्रूट श्रीखंड व अन्य शामिल रहेंगे।
सब्जियां- पालक पनीर, दाल मखानी, मलाई कोफ्ता, मखाना करी, पालक कोफ्ता, मटर पनीर, शाही पनीर, काजू पनीर, पनीर पंजाबी सहित अन्य सब्जियां रहेंगी।
दाल-चावल- शाही दाल, दाल तड़का, जीरा तड़का, मिर्च तड़का, दाल कस्तूरी रहेगी। साथ ही चावल में कश्मीरी चावल, फ्रूट चावल, जीरा चावल, वेजिटेबल पुलाव भी रहेंगे।