इसके बाद खिचड़ी प्रसाद लेकर पेशवाई प्रारंभ हुई। पेशवाई में अखाड़े के आचार्य पीठाधीश्वर स्वामी शिवेन्द्र पुरी महाराज रथ में विराजित हैं। साथ ही हौदे पर अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी कृष्णानन्द पुरी, महामंडलेश्वर, प्रज्ञानन्द पुरी, महामंडलेश्वर कल्याणगिरी सहित अखाड़े के श्रीमहंत, सचिव अष्टकौशल महंत हौदे पर विराजित होकर निकले। पेशवाई नीलगंगा, तीनबत्ती, टावर चौक, देवास गेट, मालीपुरा, दौलतगंज, कंठाल, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर ढाबारोड, दानीगेट होते हुए सदावल मार्ग से छावनी में प्रवेश करेगी।