जनकल्याण की भावना को लेकर शुरू की गई तपस्या गुरुवार रात 11.38 बजे 10 साल पूर्ण कर 11वें साल में प्रवेश किया। इस अवसर पर अखाड़े के गुरुभाई 14 साल से खड़ेश्वरी तपस्या कर चुके महंत राजराजेश्वरीगिरि, फल्हारी तपस्वी महंत सुभाषगिरि महाराज ने खीर प्रसाद तैयार कर भक्तों में वितरण किया। महंत ने बताया कि खड़ेश्वरी की इस तपस्या को वे लंबे समय तक जारी रखेंगे।