व्यापारियों ने बताया कि कृषि विभाग के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी आरएस पाण्डेय ने दो अगस्त को 80 बोरी यूरिया लदी पिकअप वाहन को माड़ा थाना क्षेत्र में पकड़ा। वाहन में छत्तीसगढ़ की खाद लदी हुई थी।एसएडीओ पाण्डेय यूरिया व वाहन को कब्जे में लेते हुए चालक समेत माड़ा थाना परिसर में ले गए। वहां उन्होंने लिखित रूप में पुलिस कालाबाजारी के लिए छत्तीसगढ़ से लाई गई यूरिया खाद को वाहन समेत सौंपने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने आनाकानी कर मामले को टाल दिया। एसएडीओ को थाने से रिसीविंग नहीं दी गई। मजबूरन वह जब्ती का लिखित प्रतिवेदन देकर बिना रिसीविंग लिए वापस आ गए।हालांकि उन्होंने इसकी जानकारी उप संचालक कृषि आशीष कुमार पाण्डेय को भी दे दी।
यूरिया लेकर वाहन सहित फरार हो गया चालक
हुआ यह है कि थाने से एसएडीओ से वापस लौटने के कुछ ही देर बाद पुलिस ने वाहन चालक को वहां से रवाना कर दिया। हालांकि थाना के प्रभारी डीएन राज इस पूरे मामले से अज्ञानता जाहिर कर रहे हैं। उनका कहना है कि खाद की जब्ती जैसी कार्रवाईके बारे में उन्हें कुछ भी नहीं मालूम। जबकि कालाबाजारी के लिए लाई गई यूरिया को लेन-देन कर छोड़ा गया बताया जा रहा है। थाने में वाहन चालक का फरार होना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाता है।
हुआ यह है कि थाने से एसएडीओ से वापस लौटने के कुछ ही देर बाद पुलिस ने वाहन चालक को वहां से रवाना कर दिया। हालांकि थाना के प्रभारी डीएन राज इस पूरे मामले से अज्ञानता जाहिर कर रहे हैं। उनका कहना है कि खाद की जब्ती जैसी कार्रवाईके बारे में उन्हें कुछ भी नहीं मालूम। जबकि कालाबाजारी के लिए लाई गई यूरिया को लेन-देन कर छोड़ा गया बताया जा रहा है। थाने में वाहन चालक का फरार होना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाता है।
मिलीभगत से हर रोज आ रही है यूरिया की खेप
इधर स्थानीय व्यापारियों की माने तो छत्तीसगढ़ से हर रोज दो गाड़ी यूरिया लेकर माड़ा क्षेत्र में आती है। बताया जा रहा है कि पड़ोसी राज्य में यूरिया का दाम कम है। यहां उसे अधिक कीमत में बेचकर मुनाफा कमाया जा रहा है। इससे एक ओर जहां नियम कायदों की धज्जियां उड़ रही हैं।वहीं दूसरी ओर खाद के लाइसेंसी विक्रेताओं को भी चपत लग रही है। इधर, स्थानीय पुलिस चुप्पी साधे हुए है।
इधर स्थानीय व्यापारियों की माने तो छत्तीसगढ़ से हर रोज दो गाड़ी यूरिया लेकर माड़ा क्षेत्र में आती है। बताया जा रहा है कि पड़ोसी राज्य में यूरिया का दाम कम है। यहां उसे अधिक कीमत में बेचकर मुनाफा कमाया जा रहा है। इससे एक ओर जहां नियम कायदों की धज्जियां उड़ रही हैं।वहीं दूसरी ओर खाद के लाइसेंसी विक्रेताओं को भी चपत लग रही है। इधर, स्थानीय पुलिस चुप्पी साधे हुए है।
वर्जन-
यह बात सही है कि एसएडीओ ने अवैध तरीके से बिक्री के लिए लाई गई यूरिया को पकड़ा था। उनकी ओर से यूरिया वाहन व चालक समेत थाने ले जाया गया था, लेकिन उसके बाद बताया गया कि चालक यूरिया समेत वाहन लेकर फरार हो गया।इस संबंध में एसएडीओ से पूछा गया तो उसने जवाब दिया है कि थाने में जब्ती की कार्रवाई की लिखित जानकारी दी गई, लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया।
आशीष कुमार पाण्डेय, उप संचालक कृषि।
यह बात सही है कि एसएडीओ ने अवैध तरीके से बिक्री के लिए लाई गई यूरिया को पकड़ा था। उनकी ओर से यूरिया वाहन व चालक समेत थाने ले जाया गया था, लेकिन उसके बाद बताया गया कि चालक यूरिया समेत वाहन लेकर फरार हो गया।इस संबंध में एसएडीओ से पूछा गया तो उसने जवाब दिया है कि थाने में जब्ती की कार्रवाई की लिखित जानकारी दी गई, लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया।
आशीष कुमार पाण्डेय, उप संचालक कृषि।