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सिंगरौली

द्रौपदी मुर्मू से पहले सुमित्री देवी बन सकती थी देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति

अतीत सेः डा. राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ राममनोहर लोहिया ने बनाया था उम्मीदवार, सिंगरौली की पहली विधायक थीं

सिंगरौलीJun 25, 2022 / 01:37 pm

Manish Gite

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first tribal female president

अजीत शुक्ला

सतना। झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू (Droupadi murmu) को एनडीए (nda) प्रत्याशी बनाए जाने से देश को पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति मिलने जा रही है। 1952 में अगर सांसद-विधायकों का बहुमत मिल जाता तो सिंगरौली की सुमित्री देवी (sumitri devi) पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति (first tribal female president) होतीं। वरिष्ठ पत्रकार जयराम शुक्ला बताते हैं कि तब चुनाव में कांग्रेस ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद (dr rajendra prasad) को प्रत्याशी बनाया था। इनके मुकाबले में डॉ. राम मनोहर लोहिया (lohiya) ने सोशलिस्ट पार्टी से सुमित्री देवी को नामित किया था।

 

सिंगरौली विधानसभा सीट (singrauli vidhan sabha constituency) के लिए पहली बार 1951 में चुनाव हुए थे। यह सीट सिंगरौली निवास के नाम से जानी जाती थी। वोटरों को दो विधायक चुनने थे। खैराही गांव की सुमित्री को सोशलिस्ट पार्टी ने प्रत्याशी बनाया। उनके खिलाफ कांग्रेस व भारतीय जनसंघ सहित अन्य दलों के छह उम्मीदवार थे। तब सुमित्री और श्याम कार्तिक दुबे चुनाव जीते थे। यह सीट विंध्य प्रदेश में आती थी। तब वहां 48 सीट थीं। बाद में विंध्य प्रदेश को मध्यप्रदेश में शामिल किया गया।

 

कभी पालकी में निकलतीं थीं…

सुमित्री के परिजन शोभा सिंह बताते हैं कि विधायक बनने के बाद उनकी दादी सुमित्री पालकी की सवारी करती थीं। अब खपरैल घर और ऊबड़-खाबड़ सड़कें ही यहां की पहचान है। अब परिवार खेती-किसानी करता है।

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