हादसे का सबब बन रहे गड्ढे माउंट निवासी नीलेश कहार का कहना है कि क्षतिग्रस्त सड़कों, गहरी धुंध, पहाड़ी रास्तों के कारण चालक की जरा सी चूक पर हादसा होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। गड्ढों के कारण वाहनों को भी नुकसान होता रहता है। कइ बार गड्ढों से बचने के चक्कर में वाहन का संतुलन बिगडऩे से कइ हादसे तक हो चुके हैं।
इन स्थानों पर है ज्यादा खतरा चाचा म्युजियम चौक से लेकर पुरानी सब्जी मंडी, शिवाजी मार्ग, धौलपुर हाउस, देलवाड़ा, टूमणा, ज्ञान सरोवर मार्ग, अधरदेवी चौक के पास, गुरुद्वारा मार्ग, राजेंद्र मार्ग, सीआरपीएफ, टेलीफोन एक्सचेंज के पीछे, दादी प्रकाशमणि मार्ग, अंधजन पुनर्वास केंद्र, तिब्बतन मार्केट के पास, लाइब्रेरी के समीप, ग्लोबल अस्पताल के पास, मेजर शैतानसिंह पार्क के समीप, सनसेट रोड स्थित आध्यात्मिक संग्रहालय के सामने, आर्य समाज पार्किंग, फिश एक्वेरियम मार्ग समेत शहर के विभिन्न स्थानों की छलनी हुई सड़कें अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही हैं।
इनका कहना है पालिका वाहन कर तो वसूलती है, पर शहर में सड़कें गड्ढों में तब्दील होने से वाहन चालक व राहगीर परेशान है। दुपहिया वाहन चालक तो अक्सर गिरते रहते हैं। – अमृतलाल चौधरी, निवासी, माउंट आबू
शिकायतों के बावजूद कोइ ध्यान नहीं दे रहा। लगता है पालिका को बड़े हादसे का इंतजार है। – रामगोपाल शर्मा, निवासी, माउंट आबू सड़कों का जायजा लेकर सुचारू आवागमन के लिए गड्ढों को कंकरीट से पाट दिया जाएगा। मानसून के बाद डामर व सीमेंट से दुरुस्त करवा ली जाएगी।
– जीतू राणा, पालिकाध्यक्ष, माउंट आबू।