पुलिस के मुताबिक विधि से संर्घषरत किशारों ने घटना की रात्रि पहले रावल ब्राह्मण समाज छात्रावास के आगे खड़ी कार के पत्थर मारकर शीशा तोड़ा, फिर गोयली चौराहा आकर एक होटल से एक सिगरेट का पैकेट खरीदा। फिर गाधी पार्क में झूला झूलने के लिए गए। वहां पर सिगरेट पी और झूला झूलने के बाद शरारत सूझने पर गांधीजी की मूर्ति के चारों तरफ लगे लाइट के पिलर उखाडे व बैंचे व गमले गिरा दिए। गांधीजी की अनावरण शिलालेख को ढकने के लिए लगे प्लास्टिक के कवर को हटाकर गांधीजी की प्रतिमा पर रखा व अनावरण पट्टिका पर गीली मिट्टी लगा दी। फिर रामपुरा रोड पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के साइन बोर्ड को भी उखाडऩे की कोशिश की और पुन: गांधी पार्क में जाकर टॉय ट्रेन को चलाने की कोशिश की, नहीं चलने पर इलेक्ट्रिक स्वीच बोर्ड को तोड़ दिया और दीवार फांद कर सर्किट हाउस के पीछे से होकर पैदल-पैदल पुन: गोयली रोड स्थित अपने हॉस्टल में जाकर सो गए। पुलिस ने पांचों किशोरों को प्रिङ्क्षसपल मजिस्ट्रेट सिरोही के समक्ष पेश किया, जहां से न्यायालय के आदेशानुसार किशोर सुधार गृह भेजा गया।