पोषाहार खाने के बाद बच्चों के बीमार होने की सूचना जैसे ही गांव में पहुंची तो अभिभावकों विद्यालय की ओर दौड़ पड़े अपने बच्चों को संभालने में लग गए। गनीमत यह रही कि हालात जल्दी ही काबू में आ गए और कोई बड़ी दुर्घटना होने से बच गई।
बच्चों की तबीयत बिगडऩे के बाद जिला कलक्टर के निर्देश पर विद्यालय में पकने वाले पोषाहार और उल्टी के सैंपल जांच के सैंपल लिए गए। ताकि वास्तविक कारणों का पता चल सके। ये हुए बीमार
पोषाहार खाने से बीमार होने वालों में तेजाराम, नेनाराम, हेमंत कुमार, नेहाकुमारी, रणजीत कुमार, नवाराम, युवराज, राकेश कुमार, राहुल कुमार, भोमाराम, प्रियंका कुमारी, पूजा कुमारी, मीना कुमारी, सोनिया कुमारी, मोहनलाल, नेमाराम, इंदिराकुमारी, डिंपल कुमारी, चेतन कुमार, कृष्ण कुमार, काली कुमारी, रिंकू कुमारी, पिंकी कुमारी, प्रवीण कुमार व कन्याकुमारी बीमार होने से नांदिया के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के बाद सेहत में सुधार हुआ। उधर घटना की सूचना मिलते ही सीबीईओ भंवरलाल पुरोहित, कार्यक्रम अधिकारी नरेन्द्रसिंह आढ़ा ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली।
बड़ी संख्या में बच्चों के नांदिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचने पर वहां पर बैड़ भी कम पड़ गए। एक बैड पर तीन तीन बच्चों को सुलाया गया। साथ ही बेंच पर भी सुलाकर तुरंत ही उपचार शुरू किया गया। अस्पताल में मौजूद डॉ. नरेश एवं उनके स्टाफ ने तत्परता से बच्चों को उपचार कर हालत काबू में लाए। उपचार के तुरंत बाद ही बच्चों की सेहत में सुधार होने लगा।
पोषाहार प्रभारी महेंद्र प्रजापत के अनुसार विद्यालय में 252 बच्चों का नामांकन हैं लेकिन शुक्रवार को 212 बच्चे ही विद्यालय आए थे। इनमें से लगभग सभी ने पोषाहार ग्रहण किया था लेकिन उसमें से 25 बच्चों की तबीयत बिगडऩे नांदिया में भर्ती कराया गया।
यह फूड पॉइजनिंग का मामला है। उपचार के बाद बच्चों के स्वास्थ में सुधार है। टीम की ओर से पोषाहार के सैम्पल लिए गए हैं।
-कुन्दनसिंह गिल,ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी, पिण्डवाड़ा 25 बच्चों को ग्यारह बजे के बाद उल्टी होना शुरू हुई। वहां मौजूद शिक्षकों ने सभी बीमार बच्चों को नांदिया स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। वहीं पर मौजूद चिकित्सकों ने उपचार किया। उपचार के लिए सिरोही से भी टीम बुलाई गई है। वहां सभी से तथ्यात्मक रिपोर्ट ले ली है। साथ ही अभिभावकों के बयान लिए हैं। सभी रिपोर्ट बनाकर जयपुर भेजी जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार संबंधित जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
– सुरेश कुमार जिनगर, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, सिरोही