देश में हर साल 15 लाख लोगों की नशे से होती है मौत-
नेशनल टोबेको कंट्रोल प्रोग्राम (एनटीसीपी) के स्टेट नोडल ऑफिसर डॉ. एसएन ढोलपुरिया ने कहा कि भारतभर में एक साल में तंबाकू के सेवन से 15 लाख लोगों की मौत हो जाती है। डेनमार्क एक ऐसा देश है जहां सभी तरह के तंबाकू उत्पादों पर सरकार ने प्रतिबंध लगाया है। यदि हमें मौतों के इन आंकड़ों को नियंत्रित या कम करना है तो सख्ती से कदम उठाने होंगे। समाज के सभी वर्ग के लोगों को तंबाकु मुक्ति के लिए मिलकर प्रयास करना होंगे। इसलिए सरकार ने शासकीय सेकंडरी और सीनियर सेकंडरी विद्यालयों के साथ कार्ययोजना बनाई है। एक सर्वे के मुताबिक राजस्थान में 6वीं से 12वीं कक्षा तक के 300 से अधिक बच्चे एक दिन में नशा करते हैं। यदि हमें इसे रोकना है तो प्रत्येक विद्यालय, शिक्षक और प्राचार्यों के मिलकर सख्त कदम उठाना होंगे। बच्चों की काउंसलिंग करके, हर सप्ताह प्रतियोगिताएं आयोजित करके उन्हें तंबाकू सेवन से होने वाले दुष्परिणामों से अवगत कराना होगा। मीठी सुपाड़ी से शुरू हुई आदत नशे के दल-दल की ओर ले जाती है।
ब्रह्माकुमारीज संस्थान हर संभव मदद के लिए तैयार-
ब्रह्माकुमारीज के मेडिकल विंग के कार्यकारी सचिव बीके डॉ. बनारसी लाल ने कहा कि राजस्थान के नशामुक्त करने के लिए संस्थान सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए तैयार है। जिस भी स्तर पर नशामुक्ति के लिए हमारी सेवाओं की जरूरत हो हम मदद के लिए तैयार हैं। इसके लिए मेडिकल विंग की ओर से कई अभियान चलाए भी जा रहे हैं। साथ ही हमारे यूथ विंग की ओर से भी युवाओं के लिए नशामुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। जयपुर से आए डॉ. कार्तिक ने पीपीटी के माध्यम से बताया कि कैसे निरोगी राजस्थान अभियान की डाटा इंट्री से लेकर इसे अपने विद्यालय में लागू करना है। एसआरकेपीएस के डायरेक्टर राजन चौधरी ने भी तंबाकू से होने वाले दुष्परिणामों को बताया। टिओन की डॉ. सुरभि सोमानी ने तंबाकू का शारीरिक नुकसानों को गहराईपूर्वक बताया। ट्रॉम
बता दें कि निरोगी राजस्थान अभियान को लेकर चिकित्सा एंव स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने भी प्रदेशभर के सीएमएचओ को पत्र जारी कर इस अभियान को गति देने पर प्रत्येक विद्यालय में इसे लागू करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत ग्राम स्तर तक जनजागरूकता के लिए सौ दिवसीय कार्ययोजना भी बनाई गई है।
विशेषज्ञों ने तंबाकू छोडऩे के लिए दिए ये सुझाव-
– तंबाकू युक्त वस्तुओं का सेवन न करें।
– अपने पास मिश्री, सौंप या इलाइची रखें।
– सप्ताह में एक दिन से तंबाकू छोडऩे की शुरुआत करें। आगे धीरे-धीरे छोड़ते रहें।
– ऐसे लोगों से दोस्ती रखें जो आपकी आदत छुड़ाने में मदद करे।
– उन जगहों और लोगों से दूर रहें जो तंबाकू तलब की याद दिलाए।
– तलब लगने पर चार बातें याद रखें- तंबाकू के उपयोग में देर करें, लंबी सांसें लें, धीरे-धीरे पानी पीएं, अपना ध्यान किसी दूसरी ओर लगाएं।
– अपने रोजाना के कार्यक्रम में तब्दीली लाएं और सुबह सौर के लिए जाएं।
– अपना इरादा पक्का रखें।