पुलिस के अनुसार प्रार्थिया आबूरोड निवासी परमजीत कौर ने 3 जून 2022 को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि करीब एक वर्ष पहले उसके पास एक मोबाइल पर कॉल आई। जिसने उसे विश्वास में लेकर बॉन्ड खरीदने के नाम पर उससे करीब एक करोड से अधिक की राशि अलग-अलग खातों में जमा करवाकर ऑनलाइन धोखाधड़ी की। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की।
साइबर पुलिस थानाधिकारी शंकरलाल के मार्गदर्शन में गठित टीम की निरीक्षक लता बेगड़, हैड कांस्टेबल पारस कुमार, हैड कांस्टेबल भवानीसिंह, कांस्टेबल रमेश कुमार, सुरेश कुमार, नरेन्द्र कुमार, अमृत कुमार, चौखाराम ने मामला दो वर्ष पुराना होने के बावजूद मामले में हर तकनीकी पहलुओं का विश्लेषण करते हुए पता लगाया गया कि गैंग का संचालन दिल्ली से हो रहा है। जिस पर विशेष प्लान बनाकर टीम के सदस्य हैड कांस्टेबल पारस कुमार व रमेश कुमार को दिल्ली भेजा गया। टीम के दोनों सदस्यों ने दिल्ली में आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाकर गैंग के दो सदस्यों दिल्ली के बिंदापुर नवादा के सैनिक नगर निवासी करणदीप पुत्र कुलदीप वर्मा व दरवेश पुत्र कुलदीप वर्मा को गिरफ्तार किया। पुलिस को शक है कि गैंग के सदस्यों ने अन्य लोगों के साथ भी करोडों रुपयों की ऑनलाइन धोखाधड़ी की है, पुलिस इसकी जांच कर रही है।
लोन दिलवाने के नाम पर करते थे धोखाधड़ी आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि आरोपी बैंक से लोगों को लोन दिलवाने का काम करते है। जिससे बैंकिग जानकारी अच्छी होने व लोगों को लोन दिलवाने के बहाने उनके खाता नंबर प्राप्त करते हैं। इसके बाद लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी या कोई अन्य पॉलिसी के नाम से ऑनलाइन ठगी करते हैं। आरोपी करणदीप आले दर्जे का फ्राॅडस्टर है। इसके खिलाफ राजस्थान के अलावा हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक में दर्जनों मामले गैंग के साथ रहकर ऑनलाइन करोडों रुपयों की ठगी करने के दर्ज है। आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए अपने दस्तावेज फर्जी बनाए हैं।