गुरमीत राम रहीम स्वयं अभी साध्वी बलात्कार मामलों में बीस वर्ष के कारावास और पत्रकार रामचन्द्र छत्रपति हत्याकांड मामले में आजीवन कारावास सुनाए जाने पर जेल में है। पंचकूला स्थित सीबीआई अदालत ने इन सभी मामलों में गुरमीत राम रहीम को सजा सुनाई थी। सीबीआई अदालत ने 25 अगस्त 2017 को साध्वी बलात्कार मामलों में गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिया था। अदालत के इस फैसले पर पंचकूला में जमा गुरमीत राम रहीम के अनुयायी हिसां पर उतारू हो गए थे। इस घटना को ही पंचकूला हिंसा नाम दिया गया। पंचकूला पुलिस की एसआईटी ने पंचकूला हिंसा भडकाने के सिलसिले में हनीप्रीत इंसा को समर्पण करने पर गिरफ्तार किया था।
हनीप्रीत ने अपनी जमानत याचिका में कहा कि उसने पंचकूला हिंसा मामले में अक्टूबर 2017 में समर्पण किया था। इसके बाद से कई अभियुक्तों को जमानत पर रिहा किया जा चुका है। पंचकूला हिंसा को लेकर हनीप्रीत पर आरोप है कि सीबीआई अदालत द्वारा साध्वी बलात्कार मामले में दोषी ठहराए जाने पर गुरमीत राम रहीम को फरार कराने के लिए हनीप्रीत ने हिंसा की साजिश रची थी।