बिहार विधानसभा में सीएए-एनआरसी पर मारपीट की नौबत
हरियाणा की मनोहर सरकार ने अक्टूबर माह के दौरान जब सत्ता संभाली तो जजपा के दस विधायकों के अलावा सात निर्दलीय विधायकों ने सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया था। सरकार गठन के समय मनोहर लाल ने निर्दलीय रणजीत चौटाला को कैबिनेट मंत्री बनाया था। इसके बाद चार विधायकों को सरकार ने चेयरमैन भी लगा दिया। महम में भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ने और जीतने वाले बलराज कुंडू ने भी मंत्री बनने का सपना देखा था लेकिन जब वह पूरा नहीं हुआ तो उन्होंने पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर पर करोड़ों के घोटाले का आरोप जड़ दिया।
कुंडू द्वारा कई बार सार्वजनिक रूप से आरोप लगाए जाने के बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सदन में खुलकर मनीष ग्रोवर का बचाव किया। सीएम ने उन्हें परोक्ष रूप से क्लीन चिट तक दे डाली। जिससे गुस्साए कुंडू ने सदन के बाहर मीडिया से बातचीत में मनोहर सरकार से समर्थन वापसी का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि सरकारी में ईमानदारी के नाम पर केवल ढोंग हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि वह शुक्रवार को विधानसभा स्पीकर को समर्थन वापसी पत्र सौंप देंगे।