सूचना तंत्र को करें मजबूत, तभी होगा टिड्डी पर काबू : अमरावत
– टिड्डी नियंत्रण को लेकर हुई बैठक
सूचना तंत्र को करें मजबूत, तभी होगा टिड्डी पर काबू : अमरावत
पोकरण. स्थानीय उपखंड अधिकारी कार्यालय में गुरुवार को टिड्डी दल के प्रकोप व नियंत्रण को लेकर एक बैठक उपखंड अधिकारी अजय अमरावत की अध्यक्षता में आयोजित की गई। उपखंड अधिकारी अमरावत ने बताया कि सीमा पार से टिड्डी दल की आवक शुरू हो चुकी है। ऐसे में सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को सूचना तंत्र को मजबूत करना होगा। उन्होंने बताया कि ये टिड्डी हजारों की तादाद में एक साथ पड़ाव डालते है और एक ही रात में वनस्पति, पेड़ पौधों व फसलों को चट कर देते है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष भी टिड्डी दलों के प्रकोप से किसानों को नुकसान हुआ था। उन्होंने इस वर्ष टिड्डी दल पर काबू करने के लिए तैयारियां शुरू कर देने के निर्देश दिए है। उन्होंने ग्राम विकास अधिकारियों, पटवारियों व ग्रामीणों को सूचना तंत्र में शामिल करने, ग्राम पंचायत स्तरीय समूह बनाकर टिड्डी के सही पड़ाव की जगह का पता लगाने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब टिड्डियों के समूह के सही पड़ाव स्थल की जानकारी होगी, तो उन पर काबू करने में आसानी रहेगी। इस मौके पर पंचायत समिति सांकड़ा के विकास अधिकारी नारायण सुथार ने पंचायत कार्मिकों की टिड्डी नियंत्रण में सूचना देने में सहयोग की भूमिका पर प्रकाश डाला। भणियाणा तहसीलदार हीरसिंह ने बताया कि गांव में उपलब्ध ट्रैक्टर, कीटनाशक छिड़काव के लिए संसाधन, पानी के स्त्रोत आदि पहले से ही एकत्रित करें, ताकि टिड्डी हमले पर तत्काल इनका उपयोग कर उन पर काबू किया जा सके। कृषि विभाग के सहायक निदेशक ओमप्रकाश ने बताया कि तीन ग्राम पंचायतों का एक कलस्टर बनाया जाएगा, ताकि उपलब्ध संसाधनों एवं कीटनाशकों का अधिकतम उपयोग हो सके। उन्होंने जिले में टिड्डी नियंत्रण करने के लिए दूरी को ध्यान में रखते हुए पड़ाव की सही सूचना प्राप्त करने के लिए सात बैस कैम्प बनाने की बात कही। बैठक में कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी चंद्रप्रकाश मीणा, पशुपालन वैज्ञानिक डॉ.रामनिवास ढाका, उद्यान अधिकारी रविन्द्र चौधरी, सहायक कृषि अधिकारी मदनसिंह, कृषि सुपरवाइजर जितेन्द्र नागा उपस्थित रहे।