बल्लेबाज करूण नायर (71) और मुरली विजय (17) नाबाद क्रीज पर डटे हुए हैं। मैच का तीसरा दिन पूरी तरह ओपनर राहुल के नाम रहा जो चोट के बाद टीम में वापसी कर रहे हैं। हालांकि दिन की समाप्ति पर जब राहुल अपने दोहरे शतक से मात्र एक रन दूर थे तभी आदिल राशिद ने उन्हें जोस बटलर के हाथों कैच कराकर कॅरियर की इस बड़ी उपलब्धि से वंचित कर दिया।
बल्लेबाज राहुल ने 311 गेंदों का सामना करते हुए 16 चौके तथा तीन छक्के की मदद से 199 रन की पारी खेली। राहुल की टेस्ट कॅरियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। राहुल भारत के दूसरे बल्लेबाज हैं जो 199 के स्कोर पर आउट हुए हैं। उनसे पहले पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन वर्ष 1986 में श्रीलंका के खिलाफ अपने दोहरे शतक से एक रन दूर आकर आउट हो गए थे। राहुल के अलावा नौ और बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट में इस स्कोर पर आउट हो चुके हैं।
24 वर्षीय राहुल का कॅरियर के 12वें टेस्ट में यह चौथा शतक भी है। इसके अलावा इंग्लैंड के खिलाफ किसी भारतीय ओपनर का यह दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इस मामले में सुनील गावस्कर शीर्ष पर हैं जिन्होंने वर्ष 1979 में ओवल ग्राउंड पर इंग्लैंड के खिलाफ 221 रन की पारी खेली थी।
राहुल के अलावा ओपनिंग बल्लेबाज पार्थिव पटेल (71) और करूण नायर (नाबाद 71) ने भी अद्र्धशतकीय पारियां खेलीं। इससे पहले भारत ने अपनी पहली पारी की शुरूआत शनिवार को 60 रन से आगे बढ़ाते हुए की थी और उस समय उसके सभी विकेट सुरक्षित थे और राहुल 30 और पटेल 28 रन बनाकर क्रीज पर थे। इसके बाद दोनों बल्लेबाजों ने तीसरे दिन भी पारी की ठोस शुरूआत की और पहले विकेट के लिए 152 रन जोड़े। हालांकि लंच से पूर्व पटेल को मोइन अली ने जोस बटलर के हाथों कैच कराकर इस साझेदारी को तोड़ दिया।
इंग्लैंड को लंच तक मात्र एक विकेट की ही सफलता मिल सकी जबकि उसने भारतीय बल्लेबाजों को दबाव में लाने के लिए अपने सात गेंदबाजों को मैदान पर उतार दिया। आठ वर्ष बाद टेस्ट टीम में खेल रहे पार्थिव ने 112 गेंदों में सात चौके लगाकर 71 रन बनाए जो उनका टेस्ट में छठा अर्धशतक है।
ओपनिंग बल्लेबाज राहुल ने पार्थिव के साथ पहले विकेट के लिए 41.5 ओवर में 152 रन की शतकीय साझेदारी की और उसके बाद चौथे विकेट के लिए नायर के साथ 161 रन की शतकीय साझेदारी कर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। नायर ने 136 गेंदों में छह चौके लगाकर नाबाद 71 रन बनाए।