#Chairman election नगर परिषद सभापति का उपचुनाव रविवार को होगा। इसके लिए रिर्टनिंग अधिकारी ने पूरी तैयारियां कर ली हैं। इस उपचुनाव में भाजपा से वार्ड 36 की पार्षद गगनदीप कौर पांडे और वार्ड 40 की पार्षद भाजपा की बागी डा. बबीता गौड़ में सीधा मुकाबला हैं। पांडे को विधायक जयदीप बिहाणी ने जितवाने के लिए भाजपा पार्षदों के अलावा कई निर्दलियों को भी अपने खेमे में शामिल कर बाड़ेबंदी करवाई हैं। यह बाड़ेबंदी बीकानेर के एक होटल में की गई हैं। इधर, गौड़ खेमे के साथ कांग्रेसी और कांग्रेस समर्थित पार्षद लामबंद हो गए हैं। गौड़ ने मार्मिक अपील के माध्यम से पार्षदों को वोट देने का आग्रह किया हैं। इस चुनाव में भाजपा के 24, कांग्रेस के 19 और निर्दलीय 22 कुल 65 पार्षद वोटिंग करेंगे। विदित रहे कि नगर परिषद की सभापति करुणा चांडक ने विधानसभा चुनाव में लड़ा था लेकिन चुनाव में जीत नहीं मिली। विधानसभा चुनाव का परिणाम 3 दिसम्बर 23 को घोषित हुआ था। ऐसे में चौबीस घंटे में चांडक ने सभापति के पद से इस्तीफा दे दिया। लेकिन करणपुर उपचुनाव के कारण जिले में आचार संहिता की बाध्यता के कारण यह पद भरा नहीं जा सका। ऐसे में डीएलबी ने 20 जनवरी को पार्षद गगनदीप कौर पांडे को सभापति मनोनीत कर दिया। पांडे ने 22 जनवरी को अपना कार्यभार संभाला लेकिन महज तीसरे दिन 25 जनवरी को राज्य चुनाव आयोग ने सभापति का चुनाव घोषित कर दिया। लेकिन अधिसूचना जारी होने से पूर्व 28 जनवरी को चुनाव आयोग ने रिर्टनिंग अधिकारी के अस्वस्थ होने के कारण यह चुनाव सात दिनों के लिए टाल दिया। यह मामला हाइकोर्ट पहुंचा तो चुनाव आयोग ने यू टर्न लेते फिर से चुनाव कार्यक्रम घोषित के आदेश जारी किए। दोनों खेमों ने लगाई फील्डिंग इस उपचुनाव में दोनों खेमों में क्रॉस वोटिंग को लेकर आंशका बनी हुई है। एक एक वोट के लिए फील्डिंग भी लगाई हैं। ऐसे में जीत-हार के आंकड़ों में मामूली का अंतर रह सकता हैं। कांग्रेस ने भाजपा का बोर्ड बनाने के लिए अपने प्रत्याशी का पर्चा वापस उठवा लिया था, इस कारण कांग्रेस के ज्यादातर पार्षद निर्दलीय गौड़ के पक्ष में वोटिंग करने के आसार हैं। वहीं भाजपा खेमे में सेंध लगाने के लिए कई पार्षदों से संपर्क साधा गया हैं। यह संपर्क वोटों में तब्दील होगा या नहीं, यह संशय बना हुआ हैं। कांग्रेस के 19 पार्षद हैँ जबकि निर्दलीय पार्षदों की संख्या 22 हैं। निर्दलीय ज्यादातर चांडक खेमे के हैं। इन निर्दलियों में से बारह भाजपा की झोली में पहले जा चुके हैं। शेष दस निर्दलीय शहर में हैं। गौड़ खेमे के पक्ष में भाजपा पार्षदों की क्रॉसिंग वोट ही जीत का सहारा बन सकता हैं। इधर, पांडे खेमे ने भाजपा के कुल 24 में से 18 पार्षदों को बीकानेर बाड़ेबंदी स्थल पर भिजवाया हैं। इस पूरे खेल में चांडक खेमे की अहम भूमिका रहेगी। हालांकि कांग्रेसी नेता रहे अशोक चांडक ने पार्षदों को अपने स्तर पर वोटिंग करने के लिए स्वतंत्र कर दिया हैं।