समिति महाप्रबन्धक मुकेश मीणा ने बताया कि पूर्व लेखापाल नत्था सिंह ने समिति कोष में से 18 लाख 78 हजार 232 रुपए 80 पैसे का दुरुपयोग किया है। उन्होंने बताया कि इसमें से पांच लाख रुपए वसूल किए जा चुके हैं। मीणा ने बताया कि समिति के बैंक खातों में मिलान करने पर 18 लाख 78 हजार 231 रुपये 80 पैसे का अंतर पाया गया था। गबन की शुरुआत 30 मार्च 2019 को शुरू हुई।
तब तीन लाख रुपए बैंक से निकाले लेकिन समिति के रोकड़ में दर्ज नहीं किए। इसके बाद 5 अप्रेल 7 लाख 59 रुपए, 25 जुलाई को 26 हजार 294 रुपए का गबन किया गया। इसके अलावा भी कई बार लेखापाल ने अधिक राशि के चेक बैंक में लगाए लेकिन समिति रिकॉर्ड में राशि कम दर्शाई।
गौरतलब है इस लेखापाल पर 2004 में 4 लाख 8 हजार रुपए के दुरुपयोग का मामला सामने आया था। तब उसे सस्पेंड कर दिया गया था। लेकिन 2009 में बहाल कर दिया गया। तब नत्था सिंह ने यह राशि ब्याज सहित जमा करवा दी थी। अभी यह मामला एडीजे कोर्ट में विचाराधीन है।