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डीआरएम ने स्टेशन परिसर में 21.5 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली मैकेनाइज्ड लांड्री भवन का भी शिलान्यास किया। दूबे ने कहा कि यह आधुनिक लांड्री चार से छह माह के बीच बनकर तैयार हो जाएगी। समारोह में सीनियर डीएमई पुष्कर सिंगला ने बताया कि मैकेनाइज्ड लांड्री के लिए भूमि रेलवे ने दी है और इस पर भवन का निर्माण एलवी ग्रुप करवाएगा। शुरूआत में इस लांड्री की क्षमता दो टन होगी और इसे धीरे-धीरे बढ़ाकर छह टन तक किया जाएगा।
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नई यात्री गाडिय़ां शुरू होने की संभावनाएं
श्रीगंगानगर में नई वाशिंग लाइन के निर्माण के साथ ही नई यात्री गाडिय़ां शुरू होने की संभावनाएं बढ़ गई है। इसी के दृष्टिगत मैकेनाइज्ड लांड्री का निर्माण किया जा रहा है। लांड्री भवन में एलवी शिंदे ग्रुप मशीनें लगाएगा और वह बिजली-पानी का भी भुगतान करेगा। रेलवे बेडरोल की धुलाई का खर्च शिंदे ग्रुप को देगा। इस तरह की लांड्री देश भर में 12-13 स्थानों पर संचालित हैं।
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राजस्थान में जयपुर के बाद यह दूसरा प्रोजेक्ट है। समारोह में एडीएन अवधेश मीणा, सीडीओ कैलाशचन्द्र सिंह, स्टेशन अधीक्षक डीके त्यागी, भाजपा नेता प्रहलादराय टाक, हरभगवानसिंह बराड़, प्रदीप धरेड़, सीता राम बिश्नोई, बंशीधर जिन्दल आदि मौजूद थे।