यहां भी हुआ हादसा
मुख्य बस स्टैंड से कुछ दूरी पर रेलवे फाटक के पास एक ही जगह पर हाइवे से सटे दो कीकर के पेड़ों से कई वाहन टकरा चुके हैं। वाहनों के टकराने के निशान इन कीकर के पेड़ों पर देखे जा सकते हैं। ग्रामीण जयप्रकाश मूंड, देवीलाल भादू, आशाराम वर्तमान, भंवरलाल गोदारा, बंशीधर, देवीलाल छिंपा, देवीलाल लुहार व श्याम सिंह राठौड़ आदि ने बताया कि मुख्य बस स्टैंड के आसपास निराश्रित पशुओं का जमावड़ा रहता है साथ ही आमजन का आवागमन भी रहता है। ऐसी स्थिति में पशुओं को बचाने के चक्कर में थोड़ी सी असावधानी के कारण वाहन इन पेड़ों से टकरा जाते हैं। इन पेड़ों से हमेशा खतरे की आशंका बनी रहती हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने दुर्घटनाओं का सबब बने इन पेड़ों को कटवाने के लिए सडक़ निर्माण के समय निर्माण कंपनी एमबीएल से वन विभाग से अनुमति लेकर इन पेड़ों को कटवाने की मांग की थी। लेकिन कंपनी ने पेड़ नहीं कटवाए । इससे लगातार हादसे हो रहे हैं। ग्रामीणों ने हाइवे से सटे इन पेड़ों को कटवाने की मांग की है।