डार्क जोन में पूरा जिला
कृषि कार्यों, व्यावसायिक और घरेलू उपयोग के लिए अंधाधुंध जल दोहन से समूचा अजमेर जिला डार्क जोन में है। जिले की नौ पंचायत समितियों में 350 कुएं चिह्नित हैं। जिले की भूजल स्तर रिपोर्ट गंभीर है।
पंचायतवार डार्क जोन के ऐसे हालात
अरांई: भूजल-5131.19 (है.मीटर), दोहन-5651.73 (है.मीटर), स्थिति-110.14 प्रतिशत दोहन
भिनाय: भूजल-4443.10 (है.मीटर), दोहन-5609.61 (है.मीटर), स्थिति-125.25 प्रतिशत दोहन
जवाजा: भूजल-1885.11 (है.मीटर), दोहन-3079.21 (है.मीटर), स्थिति-163.34 प्रतिशत दोहन
केकड़ी: भूजल-5429.74 (है.मीटर), दोहन-9145.01 (है.मीटर), स्थिति-168.42 प्रतिशत दोहन
मसूदा: भूजल-3879.85 (है.मीटर), दोहन-4347.17 (है.मीटर), स्थिति-112.04 प्रतिशत दोहन
पीसांगन: भूजल-6820.62 (है.मीटर), दोहन-12168.04 (है.मीटर), स्थिति-178.40 प्रतिशत दोहन
सिलोरा: भूजल-3461.95 (है.मीटर), दोहन-5744.79 (है.मीटर), स्थिति-165.94 प्रतिशत दोहन
सरवाड़: भूजल-1688.83 (है.मीटर), दोहन-2212.23 (है.मीटर), स्थिति-130.99 प्रतिशत दोहन
श्रीनगर: भूजल-3160.25 (है.मीटर), दोहन-5644.58 (है.मीटर), स्थिति-178.61 दोहन
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प्रदेश की स्थिति
302 ब्लॉक है प्रदेश में कुल
219 ब्लॉक में पानी अतिदोहित हो रहा
22 ब्लॉक संवेदनशील श्रेणी में शामिल
20 ब्लॉक की अर्द्ध संवेदनशील स्थिति
38 ब्लॉक सुरक्षित
3 ब्लॉक में भूजल लवणीय
रेन वाटर हार्वेस्टिंग से दूरी
जल संरक्षण के लि 225 वर्गमीटर क्षेत्रफल के भूखंड पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाकर बारिश का पानी सहेजना जरूरी है। इसके बावजूद 60 फीसदी से ज्यादा भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं है।
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यों बचाएं जल रूपी अमृत
– आवश्यकतानुसार पानी का उपयोग
– वाहनों की धुलाई-साफ-सफाई में सीमित पानी
– सड़कों-नालियों में बहते पानी का संरक्षण
– खेतों-पेड़-पौधों के लिए ड्रिप सिंचाई पद्धति
– अंडरग्राउंड और ओवरहैड टैंक में फ्लोट वॉल्व