मुंबई के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. विनय धीर और सिकंदराबाद के डॉ. पवन के अडाला ने बताया कि दक्षिण से उत्तर मध्य की ओर बढ़ने पर गॉलब्लैडर, आंत्र, लिवर और पैंक्रियाज के नजदीकी अंगों से जुड़े कैंसर के मामलों में वृद्धि होती जाती है। दक्षिण में सालभर में जितने मामले आते हैं उतने मध्य भारत में दो माह में आते हैं। फिजिकल एक्टिविटी और भारतीय भोजन से पेट संबंधी गंभीर रोगों से बचा जा सकता है।