फिल्टर प्लांट का काम 2025 तक होगा पूरा
नाथद्वारा में रूडीफ के माध्यम से नए फिल्टर प्लांट का निर्माण कार्य जारी है। इसमें पूरे प्रोजेक्ट का 30 प्रतिशत और सिविल वर्क का 50 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। इसका कार्यादेश दिसम्बर 2022 में जारी किया गया था। उक्त कार्य को दिसम्बर 2025 तक पूरा करना है। इस पर फिल्टर प्लांट निर्माण सहित अन्य कार्य पर करीब 105 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसकी क्षमता 11 एमएलडी है। लोकसभा चुनाव : शहरी पुरुष आगे, महिलाएं पिछड़ी, देहात में 2.3 फीसदी महिलाओं ने ज्यादा किया मतदान
जिले की 13 लाख के करीब आबादी
जानकारों के अनुसार राजसमंद, नाथद्वारा, देवगढ़ और आमेट की स्थानीय निकायों की आबादी करीब 2.50 लाख है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र की आबादी करीब 11 लाख के करीब है। जलदाय विभाग के अनुसार शहरी क्षेत्र में 100 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 55 लीटर पानी की सप्लाई होती है। ऐसे में जिले की पूरी आबादी को करीब 87 एमएलडी पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन सतही पानी की कमी के कारण करीब 71 एमएलडी पानी की सप्लाई ही हो पा रही है।
देवगढ़ और आमेट में भू-जल ोत से हो रही सप्लाई
राजसमंद जिला मुख्यालय पर राजसमंद झील से पानी की सप्लाई होती है। वहीं एक नलकूप, एक कुआं, 55 ट्यूबवैल और 406 हैंडपंप के पानी का उपयोग हो रहा है। इसी प्रकार नाथद्वारा में नंदसमंद झील से पानी की सप्लाई होती है। इसके अलावा 12 नलकूप, 5 कुंए, 60 सिंगल फेज एवं 90 हैंडपंप का उपयोग हो रहा है। देवगढ़ में एक नलकूप, 5 कुओं, 12 सिंगल फेज और 126 हैंडपंप से और आमेट में 2 नलकूप, 5 कुओं, 10 सिंगल फेज और 126 हैंडपंप प्यास बुझा रहे हैं।
60 की जगह 45 एमएलडी पानी की सप्लाई
आमेट और राजसमंद में 1051 गांव आते हैं। इसकी आबादी करीब 11 लाख है। यहां पर 60 एमएलडी पानी की आवश्यकता है, लेकिन वर्तमान में सिर्फ 45 एमएलडी पानी की सप्लाई हो रही है। आमेट में सतही पेयजल दो एवं राजसमंद में 326 है। आमेट में 274 कुओं, 75 नलकूप एवं 4897 हैंडपंप और राजसमंद में 545 खुले कुएं , 977 नलकूप और 9429 हैंडपंप के पानी का उपयोग हो रहा है।