टोंक में बुधवार को कांग्रेस प्रत्याशी हरीशचंद्र मीना की चुनावी सभा के दौरान पूर्व विधायक प्रशांत बैरवा ने विवादित बयान दिया। बैरवा ने कहा कि मैं समझता हूं कि डेमोक्रेसी को लेकर हिंदुस्तान और पाकिस्तान में ज्यादा फर्क नहीं है। सिर्फ इतना सा फर्क है कि वहां पर वो मिलिट्री राज चला रहे हैं और यहां पर अपने नेता मिलट्री राज चला रहे हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता प्रशांत बैरवा ने ईवीएम पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि देश में ईवीएम पर कोई भरोसा नहीं है। बीजेपी वाले कहते है कि 370 और 400 पार, ऐसा कभी हुआ है क्या? एक्जेट फिगर कैसे ले रहे हैं, उसमें कुछ तो गड़बड़ जरूर है। लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग के दो अधिकारी छोड़कर चले गए, क्योंकि कुछ ना कुछ गड़बड़ कराने की कोशिश की गई थी। वैसे सच क्या है, ये तो भगवान ही जाने।
कांग्रेस नेता प्रशांत बैरवा को गहलोत गुट का माना जाता है। वे पूर्व सांसद व पूर्व विधायक द्वारका प्रसाद के बेटे हैं। बीकॉम एवं एलएलबी की पढ़ाई करने वाले प्रशांत बैरवा ने साल 2013 में राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। कांग्रेस ने उन्हें 2013 में निवाई विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था। लेकिन, वो हार गए थे। इसके बाद साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से फिर से टिकट दिया और वो पहली बाद निवाई से विधायक बने। लेकिन, पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में प्रशांत बैरवा को भाजपा के रामसहाय वर्मा के सामने हार का सामना करना पड़ा था।