वही सखी वन स्टॉप सेंटर में एक पॉजिटिव (Corona positive) केस सामने आने से दहशत की स्थिति बन गई है। जिले में 497 एक्टिव केस है जिनका उपचार किया जा रहा है।
कोरोना का सबसे ज्यादा असर जिले के रामानुजनगर, प्रतापपुर व सूरजपुर ब्लॉक में है। रामानुजनगर ब्लॉक के ग्राम राजापुर के एक 49 वर्षीय ग्रामीण की कोविड अस्पताल सूरजपुर तथा प्रतापपुर के चिकित्सक डॉ. नरेंद्र प्रताप सिंह की अंबिकापुर के कोविड अस्पताल में को मौत (Death from corona) हो गई।
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इधर जिले में अभी कोरोना के करीब 497 संक्रमित मरीज हैं जिनका इलाज कोविड अस्पतालों में किया जा रहा है जबकि 392 लोग ऐसे हैं जो होम आइसोलेट किये गए है। इसमें 25 हेल्थ वर्कर (Health worker) भी शामिल हंै। अब तक जिले के 9 लोगों की कोरोना से मौत (Death from corona) हो गई है।
आइसोलेट किए गए पुलिसकर्मीचन्दौरा व रामानुजनगर थाने के अधिकांश स्टाफ के संक्रमित पाए जाने के कारण जहां उन्हें बैरकों में आइसोलेट किया गया है। वहीं थानों को एहतियातन बंद कर दिया गया है।
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रामानुजनगर में तो चलित थाने से फिलहाल काम चल रहा है। जबकि चन्दौरा में एक अन्य भवन से थाने का काम संचालित है। इधर मंगलवार सखी वन स्टाप सेंटर (Sakhi one stop center) में एक महिला कर्मचारी के संक्रमित पाए जाने के बाद यहां भी दहशत की स्थिति निर्मित है।
1340 जीत चुके हैं कोरोना से जंग
कोरोना से राहत की खबर यह भी है कि जिले में अब तक 1340 ऐसे लोग हैं जो कोरोना से जंग जीत स्वस्थ होकर घर लौट चुके है। बावजूद इसके मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या से लोगो मे चिंता की लकीरें जरूर है पर जहां बात सावधानी की आ रही तो बाजारों के खुलते ही लोग कोरोना के खतरे को भूल कर लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहे।