अब लग्नसरा और पोंगल पर नजर
कपड़ा व्यापारियों की नजर अब नवंबर में लग्नसरा और जनवरी में पोंगल पर है। हालाकि नवंबर में कम तिथियां होने के कारण व्यापार कम ही रहेगा लेकिन व्यापारियों को उस पर उम्मीद टिकी है। इसके अलावा दक्षिण भारत में मनाए जाने वाले पोंगल में भी साड़ी और ड्रेस की मांग रहती है। व्यापारियों को दिवाली के बाद उस पर खरीद रहने की उम्मीद है।
हल्की सी राहत, लेकिन निराशा
दिवाली पर खरीद हुई लेकिन व्यापारियों की उम्मीद जैसी थी वैसी नहीं रही। पिछले सभी त्यौहारों में खरीद कमजोर रही। व्यापारियों को दिवाली पर व्यापार चलने की बड़ी उम्मीद थी, लेकिन निराशा मिली है।
हरीश साहू, व्यापारी
छोटे व्यापारियों के लिए निराशा
पिछले कुछ समय से छोटे और मध्यम व्यापारियों के व्यापार में कमी आ रही है। दूसरी ओर क्रिएशन करने वालों का काम बढ़ा है। दिवाली के बाद व्यापारी अब पोंगल आदि की तैयारी में जुट जाएगें।
नरेन्द्र साबू, व्यापारी
थोड़ा और होता तो राहत मिलती
कपड़ा व्यापारियों को दिवाली पर बड़ी उम्मीद होती है। जीएसटी और मंदी से पीडि़त व्यापारियों को इस बार भी दिवाली पर बड़े खरीद की उम्मीद थी, लेकिन व्यापार कम रहा।
हरीश मंगवानी, व्यापारी