– ऐसे होता है मूल्यांकन :
सर्वशिक्षा अभियान के अंतर्गत बोर्ड विद्यार्थियों को वोकेशनल विषय पढ़ाए जाते हैं। विद्यार्थियों को द्वितीय भाषा की जगह विकल्प के रूप में वोकेशनल विषय का चयन करना होता है। विद्यार्थियों को 80 अंक का प्रश्नपत्र दिया जाता है, जबकि 20 अंक स्कूल के आंतरिक मूल्यांकन के होते हैं। इसके अलावा स्कूल की ओर से 50 अंकों की प्रायोगिक परीक्षा भी ली जाती है।
– किसी तरह का बदलाव नहीं :
स्कूल संचालकों की ओर से शिक्षा सत्र 2024-25 में संस्कृत, हिंदी, कम्प्यूटर, चित्रकला व शारीरिक शिक्षा की परीक्षा मुख्य विषय में शामिल करने की मांग की गई थी। जिसके संदर्भ में सरकार ने निर्देश दिया है कि विद्यार्थियों को इन वैकल्पिक विषयों के सामने वोकेशनल विषय चयन करने का नियम बनाया गया है, जिसमें फिलहाल किसी तरह का बदलाव नहीं होगा।
– प्रमाणपत्र दिया जाता :
गुजरात बोर्ड की ओर से पहले हेल्थ केयर, ब्यूटी एंड वेलनेस, ट्रैवल टूरिज्म, रिटेल, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर, एग्रीकल्चर, अपैरल मेडअप एंड होम फर्निशिंग, ऑटोमेटिक, टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी जैसे वोकेशनल पाठ्यक्रम की परीक्षा ली जाती थी। अब इसमें बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विस एंड इंश्योरेंस, प्लम्बर, स्पोर्ट्स फिजिकल एजुकेशन और फिटनेस वोकेशनल विषयों को भी शामिल कर लिया गया है। बोर्ड परीक्षाओं को पास करने पर विद्यार्थियों को केंद्र के कौशल्य विकास मंत्रालय की ओर से प्रमाणपत्र दिया जाता है। साथ में अंकतालिका में वोकेशनल परीक्षा पास करने का उल्लेख भी होता है।