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सूरत

पौराणिक मंदिर से उठ रही कसक, हे राम

जलालपोर में 100 साल पुराने जर्जर श्रीराम मंदिर के जीर्णोद्धार की मांग भगवान की मूर्तियोंं के भी टूटने का डर

सूरतSep 28, 2018 / 11:07 pm

Sunil Mishra

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पौराणिक मंदिर से उठ रही कसक, हे राम


नवसारी. नवसारी के जलालपोर क्षेत्र में थाणा तालाब स्थित पौराणिक श्रीराम मंदिर की जर्जर स्थिति को देखते हुए लोगों ने इसके जीर्णोद्धार की मांग की है। मंदिर टूटने पर भगवान राम, लक्ष्मण और माता जानकी की मूर्तियां भी टूटने का डर है। गत सप्ताह मंदिर की छत का एक हिस्सा गिर गया था।
जलालपोर क्षेत्र में थाणा तालाब के समीप 100 वर्षों से भी पुराना श्री रामजी मंदिर जर्जर हो चुका है। इसे संत हरिहरण ने बनवाया था और बाद में महंत बलदेवदास ने उत्तर भारतीय समाज को चलाने के लिए दिया था। कुछ वर्षों तक उत्तर भारतीय समाज के ट्रस्टियों ने मंदिर का रखरखाव किया। इसके बाद उन्होंने मंदिर से आंखें फेर ली। जर्जर मंदिर की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ चुकी हैं। सीढिय़ां भी टूट चुकी हैं। मंदिर की छत कभी भी गिर सकती है।20 सितम्बर को मंदिर की छत का एक हिस्सा गिर चुका है। हालांकि उस दौरान जनहानि नहीं हुई। मंदिर में भजन कीर्तन करने वाले श्रीराम ग्रुप के युवाओं ने मंदिर संचालकों पर आक्रोष जताया है।
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संत हरिहरण ने बनवाया था मंदिर
अंग्रेजों के काल में संत हरिहरण ने इस मंदिर को बनवाया था। उसके आसपास मकान व चाली भी बनवाई थी। इसमें कई परिवार 10 या 25 रुपए के किराए से रहते थे। वर्षों बीतने के साथ मंदिर का रखरखाव ठीक से नहीं हुआ। आज भी मंदिर में मिट्टी से बनी भगवान श्रीराम, लक्ष्मण व माता जानकी की मूर्तियां सुरक्षित हैं। हालांकि मंदिर जर्जर हो चुका है। मंदिर के आसपास बने मकानों में जो किराएदार थे, वे अब मकान खाली नहीं कर रहे है। इससे मंदिर का जीर्णोंद्धार अटका हुआ है।
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जीर्णोद्धार नहीं होने तक रोज रामधुन
मंदिर को बने 100 वर्ष से भी अधिक हो चुके हैं। मंदिर के संचालक इसके रखरखाव पर ध्यान नहीं देते। पौराणिक मंदिर होने से यहां श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में आते हैं। कुछ दिनों पूर्व मंदिर का एक हिस्सा टूटकर गिर गया था। उस समय कोई नहीं होने से जनहानि नहीं हुई। लेकिन भविष्य में कभी भी ऐसी घटना हो सकती है। जब तक मंदिर का जीर्णोंद्धार नहीं होता है, तब तक हम रोजाना रामधुन गाएंगे।
परेश वेकरिया, सदस्य, श्रीराम ग्रुप, जलालपोर
मंदिर के नवनिर्माण की जरूरत
जलालपोर के तालाब समीप बना श्रीरामजी मंदिर महंत बलदेव दासजी ने उत्तर भारतीय समाज को चलाने को दिया था। मंदिर के आस-पास बने मकानों में कई किराएदार हैं, जो कब्जा नहीं दे रहे। इसलिए उनसे विवाद है। मंदिर में मरम्मत की नहीं बल्कि उसके नवनिर्माण की ही जरूरत है। हम नवसारी वासियों से अपील करते हैं कि वे मंदिर के जीर्णोद्धार में सहयोग करें।
परेश गुप्ता, ट्रस्टी, श्री रामजी मंदिर

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