कोरोना पर काबू पाने के लिए एआरआइ मामले बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। इन मामलों को सामने लाने के लिए स्लम इलाकों में फीवर क्लीनिक शुरू किए गए हैं। इसके लिए पहले भी मनपा प्रशासन ने एमबीबीएस चिकित्सकों की नई नियुक्तियां की थीं। एक बार फिर मनपा ने 15 नए एमएमबीएस चिकित्सकों को साथ जोड़ा है। इन्हें फीवर क्लीनिक में जिम्मेदारियां दी जाएंगी। आयुक्त ने कहा कि अब तक स्लम इलाकों में 41 फीवर क्लीनिक खोले जा चुके हैं। जरूरत के हिसाब से और फीवर क्लीनिक खोले जाएंगे।
कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग को कोरोना का प्रसार रोकने का महत्वपूर्ण अस्त्र बताते हुए कहा कि एक भी संक्रमित व्यक्ति देखते ही देखते पांच सौ लोगों तक संक्रमण पहुंचा सकता है। इसलिए संक्रमित के संपर्क में आए आए लोगों तक पहुंचना जरूरी है। यह कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग से ही संभव है। उन्होंने कहा कि 80 फीसदी लोगों में कोरोना के लक्षण नहीं दिखते। ऐसे मामले कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग से ही सामने आएंगे।