अमिता के पिता बाबूलाल जोशी ने आरोप लगाया है कि पति वैभव व्यास, ससुर जीतू व्यास, सास हर्षा व्यास, गारियाधार निवासी नंनद मनीषा भट्ट व भावनगर निवासी अंकिता मेहता मिलकर उनकी पुत्री को प्रताड़ित कर रहे थे। वे अमिता द्वारा उसके नाम पर लिए गए फ्लैट व गाड़ी को लेकर आपत्ति जताते थे। उसने वैभव के नाम पर क्यों कुछ नहीं लिया।
उसके सास- सुसर अमिता से पूरे वेतन का हिसाब मांगते थे। वे शादी के बाद अमिता द्वारा पिता का नाम नहीं हटाने पर भी आपत्ति जताते थे। वैभव भी माता-पिता व बहनों के तानों में उनका साथ देता था। अमिता इस बारे में अपनी छोटी बहन काजल को फोन पर बताती रहती थी। उसने इस बारे में हमें भी बताया था। वे पांच साल के बेटे जैमिन की जिम्मेदारी का बहाना कर नौकरी छोडऩे के लिए दबाव डालते थे।
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SUICIDE : ‘ननद से फोन पर बातचीत के दौरान ही खुद को गोली मारी’ अक्सर फोन पर मासूम जैमिन से उसे नौकरी छोडऩे के लिए कहलवाते थे। आरोप है कि इस सब के बीच अमिता को वैभव के अन्य महिलाओं के साथ अवैध संबंधों के बारे में भी पता चला था। उसने इस बारे में काजल को बताया भी था। वैभव ने सूरत में जैमिन की देखभाल के लिए पुणागाम की एक विधवा महिला को रखा था। जिसके साथ उसके अवैध संबंध थे।
अमिता ने उसे पकड़ा भी था और उसके मोबाइल में इसके सबूत भी थे। जिसकी वजह से वह जिंदगी से आहत थी। घटना के दिन भी उन्होंने पर अमिता को प्रताडि़त किया था। घटना से कुछ समय पहले ही उसके ससुर ने मुझे फोन किया था और बताया था कि अमिता आखिर करना क्या चाहती है। वह फोन पर झगड़ा करती है। मकान वगैरह सब खुद के नाम पर ले रही है।
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SUICIDE : महिला पीएसआई जोशी को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर वैभव का नाम कुछ नहीं लेती। खुद को क्या समझती है। रुपए पैसे का हिसाब भी नहीं देती, पैसे जिसे मन आता है बांट देती है। आप लोग बेटी के पैसे मत लेना वरना नरक में जाओगे। उसके बाद फोन काट दिया। कुछ समय बाद फिर फोन आया और बताया कि अमिता के साथ कोई अनहोनी हो गई है।
हमने अमिता को फोन किया, लेकिन नहीं लगा तो हमने उधना थाने में फोन किया वहां से पता चला अभी उनकी ड्युटी नहीं है। हमने फिर फोन किया और पीएसओ की को उनकी खबर लेने के लिए कहा। घंटे भर बाद में महिधरपुरा थाने से फोन आया और हमे घटना का पता चला।
ये है मामला :
पीएसआई अमिता जोशी ने गत शनिवार दोपहर सी/103, फालसावाड़ी पुलिस लाइन स्थित अपने निवास पर खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी। दोपहर साढ़े बारह बजे तक वे फोन पर ऑनलाइन थी। उसके बाद उनके पति ने वैभव ने कई कॉल किए लेकिन संपर्क नहीं हुआ। तो उन्होंने पुलिस लाइन के इंचार्ज को खबर की। उन्होंने अंदर से बंद फ्लैट का दरवाजा तोड़ा था। पलंग पर उनका शव पड़ा था। सर्विस रिवॉल्वर थी। अमिता ने डायरी में अंतिम वाक्य ‘जीना मुश्किल है, मरना भी मुश्किल है। मेरी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाए’… लिखा था।
वैभव के सूरत में होने की आशंका जताई :
पीएसआई अमिता के पिता ने प्राथमिकी में घटना के वक्त उसके कांस्टेबल पति वैभव के सूरत में होने की भी आशंका जताई है। उनका आरोप है कि अमिता ने जो टी शर्ट पहना था। उसकी एक बाजू फटी हुई थी। वह कभी फटे हुए कपड़े नहीं पहनती थी। आशंका जताई है कि हो सकता है कि घटना के वक्त वैभव सूरत में हो और उसके साथ अमिता विवाद हुआ हो।