scriptSURAT TEXTILE NEWS, सूरत का कपड़ा बाजार ऑनलाइन चीटर्स के शिकंजे में? | SURAT TEXTILE NEWS, ONLINE TRADERS FRAUD | Patrika News
सूरत

SURAT TEXTILE NEWS, सूरत का कपड़ा बाजार ऑनलाइन चीटर्स के शिकंजे में?

सूरत के डिजिटल कपड़ा कारोबार को लगा चीटिंग का ग्रहणऑनलाइन कारोबार में ठगी के कारण नहीं बढ़ पा रहा सूरत में कपड़ों का डिजिटल कारोबार

सूरतSep 08, 2019 / 09:08 pm

Pradeep Mishra

file

SURAT TEXTILE MARKET, सूरत का कपड़ा बाजार ऑनलाइन चीटर्स के शिकंजे में?,SURAT TEXTILE MARKET, सूरत का कपड़ा बाजार ऑनलाइन चीटर्स के शिकंजे में?,surat news-मंदी से परेशान कपड़ा उद्यमियों को कोई नहीं बख्श रहा?

सूरत
देश के प्रधानमंत्री देश के अर्थतंत्र को कैशलेस और डिजिटलीकरण को बढ़ावा दे रहे हैं। उसी दिशा में सूरत के कपड़ा कारोबारी भी आगे बढऩा चाहते हैं, लेकिन कुछ चीटर व्यापारियों के कारण सूरत के डिजिटल कपड़ा कारोबार को शुरू होने से पहले ही ग्रहण लग गया है।
आज के 4जी युग में युवा वर्ग दुकान या शो-रूम अथवा मोल में जा कर खरीद करने के बजाय ऑनलाइन खरीद कर लेना ज्यादा पसंद करते हैं। जूता हो या शर्ट या तो मोबाइल या इलेक्ट्रोनिनक्स आइटम हो। लोग घर बैठे ऑनलाइन ही अलग-अलग पोर्टल पर जाकर खरीद कर लेतें हैं। खरीद-बिक्री के कुछ पोर्टल ऐसे हैं जिन पर कि बड़ी छूट होने के कारण भी लोगों को ऑनलाइन खरीद का आकर्षण रहता है। हमारे देश में कई चीजों का व्यापार ऑनलाइन पोर्टल पर बड़ी तेजी से बढ़ा है, लेकिन कपड़ा कारोबार अभी भी ईकाई, दहाई ही गिन रहा है। सूरत में बनने वाली साडियां और ड्रेस मटीरियल्स देश के कोने-कोने में बिकते हैं इतना ही नहीं दूनिया के कई देशों में निर्यात किया जाता है। सूरत में कई बडे ब्रान्ड है जो कि दूनियाभर में प्रख्यात है। इन ब्रान्ड की ओर से ऑनलाइन पोर्टल पर भी व्यापार करने की शुरूआत की गई, लेकिन जितनी सफलता चाहिए थी, उतनी सफलता नहीं मिल सकी। बताया जा रहा है कि सूरत के व्यापारियों की ओर से ऑनलाइन पोर्टल पर साड़ी, ड्रेस मटीरियल्स, लहंगा चुनरी, कुर्ती आदि बिक्री के लिए रखी है।
टेक्सटाइल पार्क में जिन फैक्ट्रियों को कराया था बंद, वो चलती हुई मिली

दो साल पहले तक व्यापार अच्छा रहा, लेकिन इसके बाद व्यापार बढऩे के बजाय घटता नजर आया। इसके पीछे का कारण बताते हुए व्यापारी कहते हैं कि कुछ चीटर व्यापारी बड़े बड़े पोर्टल पर सूरत के प्रख्यात ब्रांड के नाम पर आकर्षक कलर और डिजाइन वाली साडी या ड्रेस मटीरियिल्स या कुर्ती आदि कम कीमत पर दिखाते हैं। इसके बाद जब ग्राहक उसका ऑर्डर देते हैं तब हल्की कक्षा का माल आता है। इससे असंतुष्ठ ग्राहक दोबारा सूरत के कपड़े ऑनलाइन मंगाना ही छोड़ देते हैं। इससे ऑनलाइन व्यापार तो घटा ही है लेकिन साथ ही सूरत के ब्रान्ड का नाम भी खराब हो रहा है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो