कराची से जैश आंतकियों का खत, 8 अक्टूबर तक रेलवे स्टेशनों और मंदिरों को उड़ाने की दी धमकी इन दिक्कतों में पडऩे के बजाय सूरत के व्यापारी अब उन्हीं के साथ व्यापार कर रहे हैं, जिनके साथ काफी पहले से व्यापार चल रहा है और जो भरोसेमंद हैं। वह नए व्यापारियों से सौदे करने से कतरा रहे हैं। नए दलालों को भी व्यापारियों ने तवज्जो देना बंद कर दिया है। व्यापारियों का कहना है कि बाजार में इन दिनों हालत पतली हैं। भले त्योहारों का माहौल है, लेकिन एक ओर माल की बिक्री कम है तो दूसरी ओर समय पर पेमेंट नहीं आ रहा है। इसलिए व्यापारी भले कम माल बिके, पेमेंट ज्यादा नहीं फंसे, ऐसी पॉलिसी अपना रहे हैं।
पाकिस्तान ने बॉर्डर पर बनाए युद्ध जैसे हालात, 2019 में अभी तक 2050 बार तोड़ चुका है सीजफायर जहां सुव्यवस्था, वहां कारोबार ठीक
साउथ गुजरात टैक्सटाइल टेड्रर्स एसोसिएशन के प्रमुख सावर प्रसाद बुधिया का कहना है कि हालांकि बाजार में पेमेंट की समस्या है, लेकिन जिन व्यापारियों का काम सुव्यवस्थित है, उनका कारोबार ठीक चल रहा है। एक अन्य व्यापारी बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि उधार बेचने से पहले यहां के व्यापारी को सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि सामने वाली पार्टी कैसी है और उसका पेमेंट मिलने में कोई संदेह तो नहीं है।