बैठक में सूरत की सांसद दर्शना विक्रम जरदोश, बारडोली सांसद प्रभु नागर वसावा, नवसारी सांसद चन्द्रकांत रघुनाथ पाटील मौजूद रहे। सूत्रों ने बताया कि मुम्बई रेल मंडल के सभी सांसदों की बैठक दस सितम्बर को मुम्बई में आयोजित हुई थी। इसमें सूरत या दक्षिण गुजरात के सांसद शामिल नहीं हुए थे। इन सांसदों के लिए गुरुवार को अलग से बैठक बुलाई गई थी। इसके बावजूद वलसाड सांसद डॉ. के. सी पटेल, नंदूरबार सांसद हीना विजय कुमार गावित, दमण-दीव सांसद लालू पटेल, दानह के सांसद नटू गोमान पटेल नहीं पहुंचे।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि उधना रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधा से जुड़े कुछ कार्य मंजूर किए गए हंै और उनका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। महाप्रबंधक गुप्ता ने बताया कि ताप्ती लाइन पर दो सौ किमी का कार्य डेढ़-दो वर्ष में पश्चिम रेलवे ने पूरा किया है। गुरुवार को भी उन्होंने उधना स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्य का जायजा लिया। उधना स्टेशन पर करंट टिकट बुकिंग कार्यालय, प्रतीक्षालय, प्लेटफार्म संख्या चार व पांच का निर्माण तथा उधना यार्ड में पिटलाइन (वाशिंग लाइन) का कार्य 5 से 6 माह में पूरा होने की संभावना गुप्ता ने जताई है। पिटलाइन का कार्य एक सप्ताह में शुरू करने, यार्ड में मौजूद भंगार को एक-डेढ़ माह में स्थानीय स्तर पर नीलाम करने तथा रेलवे कॉलोनी में आरपीएसएफ बैरक को अपग्रेड करने के निर्देश दिए हैं। उधना स्टेशन के कार्य में देरी न हो, इसके लिए उन्होंने डीआरएम समेत अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है।
सांसदों और महाप्रबंधक की बैठक में सूरत स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा का मुद्दा भी उछला। पिछले दिनों सूरत स्टेशन के पार्सल विभाग में बूटलेगर का हमला, रणकपुर एक्सप्रेस के यात्री पर फायरिंग, पार्सल कार्यालय के पास दो बूटलेगर के बीच हुई गैंगवार में एक व्यक्ति की मौत की घटना पर सवाल किए गए। महाप्रबंधक गुप्ता ने बताया कि अलग-अलग राज्य से होकर आने वाली ट्रेनों में अपराध रोकना काफी मुश्किल है। प्रमुख ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। आरपीएफ को बॉडी वार्म कैमरा उपलब्ध करवाया गया है। राज्य में जीआरपी कानून व्यवस्था संभालती है। इसके लिए भी उनके वरिष्ठ अधिकारियों से समय-समय पर बैठक कर सुरक्षा की समीक्षा की जाती है। अपराधियों के डोजियर भी तैयार किए गए हंै। इससे अपराध पर लगाम लगाने में रेल प्रशासन को मदद मिलेगी।