गणेश विसर्जन और ताजिया जुलूस को लेकर सोमवार को पुुलिस विभाग, गणेेश उत्सव समिति और ताजिया कमेटी की ओर से संयुक्त प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इंचार्ज पुलिस आयुक्त हरेकृष्णा पटेल ने बताया कि गणेश विसर्जन यात्रा 12 सितम्बर को निकाली जाएगी। शहर में 60 से 70 हजार प्रतिमाओं की स्थापना की गई है। इनका विसर्जन इस बार भी तापी नदी के बजाए मनपा की ओर से बनाए गए कृत्रिम तालाबों में होगा। पांच फुट से ऊंची प्रतिमाओं का विसर्जन दरिया में किया जाएगा। विसर्जन यात्रा के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसको लेकर पुलिस की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पुलिस के पचास से अधिक आला अधिकारी, एसआरपी और आरएएफ समेत आठ हजार जवान सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहेंगे। परमिट के साथ गणेश मंडलों को उनका रूट बता दिया गया है। उन्हें इन रूट से ही विसर्जन यात्रा निकालनी होगी और दर्शाई गई जगह पर ही विसर्जन करना होगा। कमांड एण्ड कंट्रोल रूम से सीसीटीवी कैमरों के जरिए विसर्जन पर नजर रखी जाएगी। इसके अलावा वीडियोग्राफर्स भी मौजूद रहेंगे। गणेश उत्सव समिति की ओर से स्वामी अमरीषानंद और मनपा की ओर से मेयर डॉ. जगदीश पटेल ने लोगों से शांतिपूर्ण और साहौर्दपूर्ण माहौल में विसर्जन यात्रा संपन्न करने की अपील की।
यह रहेंगे तैनात
2 संयुक्त पुलिस आयुक्त
1 अतिरिक्त पुलिस आयुक्त
14 डिप्टी पुलिस आयुक्त
26 सहायक पुलिस आयुक्त
62 पुलिस निरीक्षक
281 पुलिस उपनिरीक्षक
2800 पुलिस जवान
3850 होमगार्ड
1500 टीआरबी
2 एसआरपी कंपनियां
1 आरएएफ कंपनी
इंचार्ज पुलिस आयुक्त ने बताया कि ताजिया कमेटी के प्रयासों से इस बार पिछले साल के मुकाबले कम ताजियों का आयोजन हुआ है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों से 229 ताजियों का जुलूस निकलेगा। इससे पहले सोमवार को शहादत की रात पर कलात्मक और आकर्षक ताजियों का जुलूस निकला। मंगलवार को ताजियों को ठंडा किया जाएगा। इसके लिए पुलिस की ओर से कतारगाम दरवाजा के पास इस बार अतिरिक्त जगह की व्यवस्था की गई है। ताजिया जुलूस के दौरान भी कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। राजमार्ग पर सामान्य यातायात पर रोक लगा दी गई है।