
modak
गणेश जी को मोदक बहुत प्रिय हैं। अगर उन्हें मोदक चढ़ाए जाएं तो वे प्रसन्न होते हैं और आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है। गणेश चतुर्थी पर खास तौर से मोदक बनाए जाते हैं और इन्हें बनाना भी काफी आसान है। यहां पढ़ें मोदक बनाने की रेसिपी -
सामग्री -
आटे के लिए
2 कप चावल का आटा
भरवां मिश्रण के लिए
1 1/2 कप कसा हुआ गुड़
2 कप ताज़ा कसा हुआ नारियल
1 टेबल-स्पून खस-खस
1/2 टी-स्पून इलयची पाउडर
अन्य सामग्री
1 टी-स्पून घी , गूथने और चुपड़ने के लिए
विधि -
आटे के लिए
एक गहरे नॉन-स्टिक पॅन में 1 3/4 कप पानी उबाल लें।
चावल के आटे को एक गहरे बाउल में डालें और धीरे-धीरे कर गरम पानी डालकर अच्छी तरह मिला ले। पहले चम्मच से अच्छी तरह मिला लें और बाद में हाथों से नरम और मुलायम आटा गूंथ लें।
ढ़क्कन से ढ़ककर 10 मिनट के लिए रख दें।
भरवां मिश्रण के लिए
एक गहरा नन-स्टिक पॅन गरम करें, गुड़ डालकर धिमी आंच पर 1 से 2 मिनट के लिए या गुड़ के पिघलने तक, लगातार हिलाते हुए पका लें।
नारियल, खस-खस और इलायवी पाउडर डालकर अच्छी तरह मिला लें और धिमी आंच पर 4-5 मिनट या सारा पानी सूख जाने तक और मिश्रण के गाढ़ा होने तक पका लें। हल्का ठंडा करने के लिए रख दें।
मिश्रण को 21 भाग में बांटकर रख दें।
आटे को 1/2 टी-स्पून घी के साथ दुबारा गूंथ ले।
मोदक के सांचे को हल्के घी से चुपड़कर बंद कर लें।
आटे के एक भाग को लेकर मोदक के सांचे में दबाकर पुरी तरह फैला लें।
आटे को भरवां मिश्रण के एक भाग से भर लें।
थोड़ा आटा लेकर मोदक के सांचे में दबाकर भर लें, जिससे मिश्रण अच्छी तरह ढ़क जाए।
मोदक को सांचे से निकाल लें।
विधी क्रमांक 2 से 7 को दोहराकर 20 और मोदक बना लें।
एक स्टीमर प्लेट को स्टीमर में रखें और केले के पत्ते से ढ़क दें।
अपनी ऊंगलीयों से सभी मोदक को हल्के पानी से गीला कर लें।
केले के पत्ते पर 10 मोदक रखें और मध्यम आंच पर 10 मिनट के लिए स्टीम कर लें।
गुनगुने तापमान पर परोसें।
सुझावः
इन मोदक को 2 सामान्य तापमान पर 1 दिन तक ताज़ा रखा सकता है और फ्रिज में 2 दिनों तक।
मोदक के सांचे बाजार में बर्तनों कि दिकान मे आसानी से मिलते हैं।
दो प्रकार के मोदक के सांवे मिलते हैं,- प्लास्टिक के और स्टील कें। प्लास्टिक के सांचे 10-30 रुपयों में मिलते हैं और स्टील के सांचे 50 से 70 रुपयों में।
Published on:
16 Aug 2017 05:02 pm
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