बीडी मजदूर कॉलोनी में गहरा गया पेयजल संकट
एक परिवार के लिए पांच डिब्बा मिल रहा पानी, एक दिन छोड़ दूसरे दिन जा रहे पांच टैंकर
एक परिवार के लिए पांच डिब्बा मिल रहा पानी, एक दिन छोड़ दूसरे दिन जा रहे पांच टैंकर
एक परिवार के लिए पांच डिब्बा मिल रहा पानी, एक दिन छोड़ दूसरे दिन जा रहे पांच टैंकर टीकमगढ़.नगरपालिका क्षेत्र में जलसंकट शुरू हो गया है। बोरिंग और हैंडपंप दम तोड रहे है। जलावर्धन की पाइप लाइन से वंचित वाली कॉलोनियों में पहुंचने वाले टैंकरों पर लोगों की भीड़ उमड रही है। बुधवार को बीडी मजदूर कॉलोनी में ४५०० लीटर क्षमता वाले पानी के टैंकर को लोगों ने पांच मिनट में ही खाली कर दिया। कुछ लोग पानी से लेने से वंचित रह गए।
बीडी मजदूर कॉलोनी निवासी साविर खान, आतिया, बड्डो, मास्टरनी, कलाबाई, गुड्डी, विंदो, हजो ने बताया कि बीडी कॉलोनी में पेयजल संकट गहरा गया है। इस कॉलोनी में दो हैंडपंप लगे है। दोनों में पानी कम निकल रहा है। जिसके चलते पानी का टैंकर आने लगा है, उससे प्रत्येक घर को पांच-पांच डिब्बा पानी दिया जा रहा है, लेकिन कई लोग जबरदस्ती टैंकर में दो-दो पाइप लाइन डालकर पानी निकाल रहे है। जिसके कारण अन्य लोग पानी से वंचित हो जाते है। जिसके चलते लोगों को खाली वर्तन लेकर वापस लौट रहे है। उनका कहना था कि पानी के लिए एक सप्ताह से युद्ध लड़ रहे है। पार्षद और नगरपालिका के कर्मचारी इस संकट में सिर्फ आश्वासन ही दे रहे है। पानी ने लोगों की नींद गायब कर दी है। कई लोगों ने पानी की पूर्ति के लिए काम करना बंद कर दिया है।
एक दिन छोडक़र बीडी कॉलोनी में दिए जा रहे पांच टैंकर
स्थानीय लोगों ने बताया कि बीडी कॉलोनी में १०० से अधिक घर है। उसमें १२०० से अधिक लोग निवास करते है लेकिन उनके लिए एक दिन छोड दिन पानी के टैंकर पहुंचाएं जा रहे है। उन टैंकरों का पानी बीडी कॉलोनी के लोगों के लिए पर्याप्त नहीं है। एक परिवार को पांच डिब्बा पानी मिल रहा है। उस पांच डिब्बों को दूसरे दिन तक चलाना मुश्किल है। वह पानी शाम को ही खत्म हो जाता है। जिससे पेयजल के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। जिसके चलते पानी का टैंकर आने लगा है, उससे प्रत्येक घर को पांच-पांच डिब्बा पानी दिया जा रहा है, लेकिन कई लोग जबरदस्ती टैंकर में दो-दो पाइप लाइन डालकर पानी निकाल रहे है। जिसके कारण अन्य लोग पानी से वंचित हो जाते है। जिसके चलते लोगों को खाली वर्तन लेकर वापस लौट रहे है। उनका कहना था कि पानी के लिए एक सप्ताह से युद्ध लड़ रहे है। पार्षद और नगरपालिका के कर्मचारी इस संकट में सिर्फ आश्वासन ही दे रहे है। पानी ने लोगों की नींद गायब कर दी है। कई लोगों ने पानी की पूर्ति के लिए स पांच डिब्बों को दूसरे दिन तक चलाना मुश्किल है। वह पानी शाम को ही खत्म हो जाता है। जिससे पेयजल के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। जिसके चलते पानी का टैंकर आने लगा है, उससे प्रत्येक घर को पांच-पांच डिब्बा पानी दिया जा रहा है, लेकिन कई लोग जबरदस्ती टैंकर में दो-दो पाइप लाइन डालकर पानी निकाल रहे है।
बीडी कॉलोनी में पेयजल संकट है, जहां पर पेयजल पूर्ति के लिए पानी के टैंकर चलाए गए है। अभी पांच टैंकर चल रहे है एक और पानी का टैंकर बड़ा देते है। जिससे कॉलोनी के लोगों की पेयजल समस्या खत्म हो जाएगी।
अनिल कुमार श्रीवास्तव, जल प्रदाय नगरपालिका टीकमगढ़।
Hindi News/ Tikamgarh / बीडी मजदूर कॉलोनी में गहरा गया पेयजल संकट