वाहनों में यह मिली कमी
वाहनों की जांच कर रही सूबेदार आर्या पाराशर ने बताया कि स्कूली वाहनों में नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था। कुछ वाहनों के चालक जहां निर्धारित डे्रस में नहीं थे, वहीं कुछ में फास्र्ट एड बॉक्स नहीं था। वहीं वाहनों में अग्रि शमन यंत्रों सहित कुछ अन्य कमियां थी। इसे देखते हुए पुलिस इन बसों के खिलाफ चालनी कार्रवाई की। दो बसों में रजिस्ट्रेशन नंबर न होने पर उन्हें जब्त किया गया था। बाद में रजिस्ट्रेशन नंबर आने पर उनके खिलाफ भी चालान काट कर छोड़ दिया गया।
अभिभावक नहीं समझ रहे जिम्मेदारी
नाबालिग वाहन न चलाए और उनके साथ किसी प्रकार की दुर्घटना न हो, इसके लिए पुलिस बराबर प्रयास कर रही हैं। पिछले तीन दिनों से पुलिस द्वारा चल रही कार्रवाई के बाद इसमें कुछ अंतर भी दिखाई दिया हैं। लेकिन अब भी काफी मात्रा में नाबालिग बच्चें बाइक एवं स्कूटर का उपयोग कर रहे हैं। इससे साफ हैं कि इस मामले में अभिभावकों द्वारा लापरवाही बरती जा रही हैं। यदि अभिभावक अपनी जिम्मेदारी समझे और बच्चों को समझाए, तो इस अभियान का सार्थक
परिणाम होंगे।