पीएमओ डॉ नवीन्द्र पाठक ने बताया कि सआदत अस्पताल में बनी कोविड-19 लैब में गत दिनों लैब में नोडल अधिकारी डॉ शिल्पी बैनर्जी व जयपुर से आए माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. धीरज खण्डेलवाल की देखरेख में कोरोना जांच के लिए क्वालिटी कंट्रोल कार्य के बाद जोधपुर एम्स से मिली स्वीकृति के बाद टोंक में कोरोना जांच शुरू कर दी है। फिलहाल जिलेभर से कोरोना के नमूने लेकर जयपुर एसएसएस भेजे जा रहे हैं।
उनकी रिपोर्ट में दो से तीन दिन लग रहे हैं। टोंक में जांच शुरू होने पर प्रतिदिन जांच मिलने लगेगी। इससे रोगियों के उपचार में समय की बचत भी होगी। पीएमओ पाठक ने बताया कि कोरोना जांच लैब के लिए राज्य सरकार ने उपकरण के लिए 85.30 लाख रुपए तथा विविध जरूरत के लिए 20 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है।
कोविड -19 लैब के लिए जयपुर एसएमएस से लगाए नोडल अधिकारी डॉ ललिता वर्मा ने बताया कि टोंक में कोविड-19 लैब में कोरोना जांच शुरू कर दी गई है। वर्मा ने बताया कि अब तक तीन बार की जांच में कुल 62 सेम्पलों की जांच की गई है। वर्मा ने बताया कुछ स्टॉफ और अन्य आवश्यक सामानों की पूर्ति पूरी हो जाने के बार जल्द ही जांचों का दायरा बढ़ाया जाएगा।
वर्मा ने बताया कि लैब के सफल संचालन के लिए लैब के लिए 18 लैब टेक्नीशियन, 6 ऑपरेटर व रिसर्च सहायक होंगे। इनमें से रिचर्स सहायक डॉ प्रियंका चौधरी सहित अधिकतर ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। वर्मा ने बताया कि लैब में एक बार में 94 नमूनों की जांच की जा सकती है, जिनकी रिपोर्ट भी बिना टेक्निकल या अन्य दूसरे कारण से प्रभावित हुए 8 घंटे में मिल सकेगी। वर्मा ने बताया कि लैब में प्रतिदिन 1000 नमूनों की जांच हो सकेगी।डॉ वर्मा ने बताया कि जिस प्रकार अभी जयपुर में जांच के बाद मरीज की रिपोर्ट मोबाइल पर एसएमएस के जरिए मिलती है। उसी प्रकार टोंक में जांच होने के कारण रिपोर्ट मिलेगी।