टोंक में बढ़ते अवैध खनन पर 10 अगस्त 2013 को सहायक अभियंता खनिज विभाग के अतिरिक्त सहायक खनिज अभियंता(सतर्कता) के नाम से कार्यालय खोला गया। अतिरिक्त भवन एवं स्टॉफ नहीं मिल पाने के कारण यह विभाग पूर्व में संचालित सहायक अभियंता कार्यालय के एक कक्ष में ही चल रहा है।
खनिज विभाग की ओर से सतर्कता विंग को पिछले छह वर्षों में कोई भी गाड़ी आवंटित नहीं की गई है। कार्यालय द्वारा विभाग को गाड़ी की मांग की जाने पर प्रतिमाह के लिए बीस हजार रुपए बजट दिया गया, लेकिन इस राशि में कई निविदा जारी करने के बाद भी वाहन मालिक नहीं मिला।
सूचना आती है, जा नहीं पाते
सतर्कता विंग के सहायक अभियंता मलिक उस्तर ने बताया कि उच्चाधिकारियों को स्थिति से कई बार अवगत करा चुके है, लेकिन सुधार कुछ नहीं हुआ है। अवैध खनन की प्रतिदिन औसतन आठ-दस सूचनाएं आती है, लेकिन साधन के अभाव में जा नहीं जाते है। सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद 160 कार्रवाई की है। बिना साधन के जिले से निकलने वाली 105 किलोमीटर लम्बी बनास की सुरक्षा करना असंभव जैसा है।