पत्रिका शुरुआत से ही अपनी विश्वसनीयता और उच्च मूल्यों के लिए जाना जाता है। कुलिशजी ने 68 साल पहले जो बीज बोया था वो आज ‘बरगद का पेड़’ बन गया है। पत्रिका के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी के प्रकाशित लेख जन-जन में लोकप्रिय है। साथ ही सूर्योेदय के साथ ही राजस्थान पत्रिका लोगों के घरों पर दस्तक देता है। हजारों पाठकों की सुबह की शुरुआत पत्रिका पढऩे के साथ होती है। बिना अखबार पढ़े उनका दिन बेचनी से भरा गुजरता है।
से दूर रहने के बताए उपाय पत्रिका स्थापना दिवस कार्यक्रम श्रृंखला में निदेशक ओमप्रकाश चौधरी, नवाचारी शिक्षक दिनकर विजयवर्गीय ने विद्यालय के बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों सहित सभी बच्चों परीक्षा के तनाव से दूर रहने को लेकर जागरूक किया। वक्ताओं ने कहा कि जीवन से बड़ी कोई परीक्षा नहीं है। बोर्ड परीक्षा हो या प्रतियोगी परीक्षा धैर्य के साथ परीक्षा की तैयारी करें। जीवन में कई बार कमजोर या कम अंकों से पास होने वाले विद्यार्थियों ने भी सफलता के कई आयाम पेश किए है। अंक सिर्फ परीक्षा में सफलता दिला सकते हैं, जीवन को सफल नहीं बना सकते हैं। लेकिन हर जगह समयानुकल परिश्रम जरुरी है। परीक्षार्थी सकारात्मकता के साथ बोर्ड परीक्षा की तैयारी करें तो अच्छे अंक तो स्वत: मिलेंगे।
मीडिया की भूमिका विषय पर
आशु भाषण प्रतियोगिता देश हित में मीडिया की भूमिका विषय पर आशुभाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता में स्कूल के बच्चों ने उत्साह से भाग लिया। विद्यार्थी आशा चोपड़ा, कृष्णा मीणा, निशा चौधरी, साक्षी सराधना, कुलदीप चौधरी, अंकित चौधरी, सुमित चौधरी ने कहा कि मीडिया वह इंजन है जो सत्य, न्याय और समानता की तलाश के साथ लोकतंत्र को आगे बढ़ाता है। आज सोशल मीडिया ने फर्जी खबरों या फेक न्यूज के तीव्र प्रसार को आसान बना दिया, जिससे जनता में गलत और भ्रामक सूचना का प्रसार होता है। ऐसे में ङ्क्षप्रट मीडिया के स्तंभ राजस्थान पत्रिका की भूमिका और अधिक बढ़ जाती है।