प्रदेश के कई जिलों की स्कूलों में बच्चों के हुए कोरोना संक्रमण के बाद भले ही शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर कोरोना गाइड लाइन की पालना के आदेश जारी किए है, लेकिन इसकी पालना जिले में ना के बराबर हो रही है। स्कूलों में भी मास्क नहीं लगाया जा रहा है। वहीं बच्चों को मास्क का महत्व बताने वाले शिक्षक स्वयं भी मास्क नहीं लगा रहे हैं।
दूनी. तहसील मुख्यालय सहित आस-पास के कस्बे-गांव के बाजार स्थित दुकानों, सरकारी एवं निजी कार्यालयों सहित सरकारी एवं निजी विद्यालयों में मास्क लगाने एवं सोशल डिस्टेंस सहित गाइडलाइन की पालना नजर नहीं आ रही है। चिकित्सालय, बैंक, पंचायत सहित सरकारी एवं निजी कार्यालयों में अपने दैनिक कार्य करने आ रहे है,लेकिन गाइडलाइन की पालना करने को लेकर उन्हें रोकने-टोकने वाला नहीं है। सरकार की ओर से प्रार्थना बंद किए , लेकिन कई ऐसे विद्यालय है जहां मासूम भगवान भरोसे है।
निवाई. राजकीय महाविद्यालय के विद्यार्थियों को मतदाता सूची में जोडऩे के लिए सोमवार को एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की संचालिका डॉ.मीनाक्षी बघेल ने बताया की शिविर में निर्वाचन विभाग मास्टर ट्रेनर त्रिलोकचंद जैन ने विद्यार्थियों को वोटर हेल्पलाइन मोबाइल एप के द्वारा मतदाता सूची में अपना नाम जोडऩे का प्रशिक्षण दिया, लेकिन यहां किसी ने भी बच्चों को सोशल डिस्टेंस से बैठाने की जरूरत तक नहीं समझी, वहीं अधिकांश बच्चों ने भी मास्क नहीं लगा रखे थे, जबकि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर केन्द्र व राज्य सरकार आशंका जता चुकी है। ए.सं.
पचेवर. प्रदेश कोरोना संक्रमण के मामले बढऩे के साथ ही गृह विभाग के साथ शिक्षा विभाग ने भी नई गाइडलाइन जारी कर दी है, लेकिन निजी व सरकारी विद्यालयों में विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। कुछ ऐसा ही नजारा पचेवर कस्बे में संचालित एक निजी विद्यालय में देखा गया है। जहां बच्चों में दो गज दूरी नहीं होने के साथ मास्क भी नहीं लगा रखा है। जबकि विद्यालय में शिक्षक भी बिना मास्क लगाकर बच्चों को पढ़ा रहे है। विद्यालयों में सेनिटाइर करने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है। ए.स.