read more: नहाते हुए का विडियो वायरल करने की धमकी दे विवाहिता से किया बलात्कार इन दिनों लगभग हर घर में वायरल बुखार, जुकाम, सर्दी, खांसी, दस्त के रोगी है। स्थिति यह है कि बच्चे, युवा से लेकर हर उम्र का व्यक्ति उक्त बीमारियों से ग्रसित हो रहा है, जिन्हें उपचार के लिए राजकीय अस्पताल की शरण लेनी पड़ रही है। मौसमी बीमारियों की मार के चलते इन दिनों राजकीय अस्पताल देवली का आउटडोर एक हजार से अधिक हो गया।
read more:ट्रोले की टक्कर से एसपी ऑफिस में कार्यरत बीमार भाई को लेने गए बाइक सवार की हुई मौत दिनभर अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले रोगियों का तांता लग रहा है। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राजेन्द्र गुप्ता व चिकित्सालय प्रभारी डॉ. जगदीश मीणा ने बताया कि 90 फीसदी रोगी सर्दी, जुकाम व खांसी से पीडि़त आ रहे है, जिनमें वायरल बुखार के रोगी भी शामिल है।
चिकित्सकों के अनुसार खानपान के साथ स्वच्छ पानी पीकर उक्त बीमारियों से बचा जा सकता है। वहीं बुखार होने पर तत्काल चिकित्सक से अपेक्षित उपचार कराना जरुरी है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. जगदीश कुमावत ने बताया कि बारिश के दौरान बच्चे सर्वाधिक उल्टी व दस्त की समस्या से ग्रसित होते है।
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गंदला पानी भी बन रहा कारण-
इन दिनों हुई बारिश के बाद नलों में आने वाला पानी गंदला आ रहा है, जिसे छाने बगैर पीना मुश्किल हो रहा है। लोगों ने बताया कि नलों से आने वाले पानी के सेवन से उल्टी, दस्त व पेट दर्द की शिकायत हो रही है। ऐसे में पानी का उबालकर व फिटकरी से शोधन कर ही काम में लिया जा रहा है। हांलाकि गंदले पानी के सम्बन्ध में जलदाय विभाग के अभियंता इन्कार कर रहे है। चिकित्सकों का मानना है कि स्वच्छ पानी नहीं होने से अधिकतर उल्टी व दस्त की बीमारियां पनपती है।