अनुराग और प्रेरणा दोनों कोमोलिका के सामने गले लगते है तो उन दोनों को एक साथ धक्का देने लिए वो आगे बढ़ती है लेकिन खुद छत से लटक जाती है। अनुराग उसे बचाने की कोशिश भी करता है। कोमोलिका खुद को पानी में गिरा लेती है। अनुराग मोहिनी को भागते हुए ये कहता है कि कोमोलिका पानी नें गिर गई है उसे तैरना भी नही आता है ऐसे में वो उसे बचाने जा रहा है।
मोहिनी और शिवानी सहित सभी नदी के किनारे में आ जाते हैं। वे सभी प्रेरणा से जानने चाहते है कि आखिर हुआ क्या था। प्रेरणा बताती है कि अनुराग कोमोलिका को बचाने के लिये नदी में कूद गया है जिसके बाद मोहिनी उससे जानने की कोशिश करती है कि ऐसा क्या हुई था जिसके बाद प्रेरणा उन्हे एक एक कर सारी बात बता देती है। तभी वहां पुलिस वाले भी आ जाते हैं और कोमोलिका को बचाने के लिये नदी में कूद जाते हैं।