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उदयपुर की इन जगहों पर हैं कई जर्जर इमारतें, हमेशा बना रहता है जिन्दगी पर खतरा दुकान मालिक चिराग पुत्र अशोक कुमार जैन की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया था। चोरी के बाद थानाधिकारी हेरम्ब जोशी के नेतृत्व में एसआई देवीसिंह, एएसआई किशोरसिंह, हेडकांस्टेबल तेजसिंह, ओमवीर, कांस्टेबल मनबहादुर, भूपेन्द्र व शक्तिसिंह की एक टीम गठित की गई। टीम ने आईएमईआई नम्बर के आधार पर साइबर तकनीक से पीछा करते हुए लकड़वास निवासी सूरज पुत्र गुलाबचंद मेघवाल व रजा कॉलोनी निवासी नदीम पुत्र अहमद को ट्रेस किया।
पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर 13 मोबाइल बरामद किए, आरोपितों ने पूछताछ के बाद पुलिस ने मास्टर माइंड नाई निवासी रमेश उर्फ अन्ना पुत्र होमाजी गमेती व रेतीस्टैण्ड निवासी श्यामलाल पुत्र मुन्नालाल श्रीवास्तव को नामजद किया। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। पुलिस का कहना है आरोपितों से शहर में हुई अन्य वारदातें खुलने की संभावना है।
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उदयपुर की इस 18वीं शताब्दी की हवेली की कुछ अनूठी है बात, यहां इस कारण खिंचे आते हैं सैलानी औने-पौने दामों में बेचे मोबाइल पुलिस ने बताया कि मास्टरमाइंड रमेश उर्फ अन्ना के विरुद्ध सूरजपोल, घंटाघर, हिरणमगरी, हाथीपोल, भूपालपुरा, नाथद्वारा व राजनगर में नकबजनी व चोरी के 17 प्रकरण दर्ज है। वह नाई थाने का हिस्ट्रीशीटर है। सूरज के विरुद्ध मोटरसाइकिल चोरी का प्रकरण दर्ज है। रमेश उर्फ अन्ना व श्यामू उर्फ श्यामलाल ने चोरी के मोबाइल कई लोगों को औने-पौने दामों पर बेचे। पुलिस खरीदारों का पता लगा रही है।