उदयपुर. वर्ष 2012 में मोहनलाल सुखाडिय़ा विवि में एक लेक्चर का आयोजन किया गया था जिसमें वित्त मंत्री के रूप में प्रणब मुखर्जी उदयपुर आए थे। उनके ही हाथों सुखाडिय़ा विवि के गोल्डन जुबली गेट का भी उद्घाटन किया गया था। ये वे आखिरी पल थे जब वे केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में आए थे, इसके बाद वे राष्ट्रपति बन गए थे। उनकी ये उदयपुर यात्रा सुखाडिय़ा विवि के लिए हमेशा यादगार रहेगी। ये कहना है सुखाडिय़ा विवि के पूर्व कुलपति प्रो. आईवी त्रिवेदी का। प्रो. त्रिवेदी ने भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक जताया व उनसे जुड़ी यादें बांटते हुए उन्हें बेमिसाल व्यक्तित्व का धनी बताया।
त्रिवेदी ने कहा कि 19 मई 2012 को सुखाडिय़ा विवि में गोल्डन जुबली लेक्चर का आयोजन किया था जिसमें ‘ग्लोबल बिजनेस इन इंडियन इकोनॉमी’ विषय पर उन्होंने विचार रखे थे। इस दौरान उन्होंने सुविवि के गोल्डन जुबली गेट का भी उद्घाटन किया था। तब उनसे मुलाकात का अवसर मिला। वे बहुत ही सीधे, सरल व ज्ञानी व्यक्ति थे। वे जहां भी जाते थे, दुर्गा सप्तशती का पाठ करना नहीं भूलते थे। ये उनकी दिनचर्या में शामिल था जिसके बारे में उन्होंने ही बताया था। उनसे ये मुलाकात जीवन में हमेशा यादगार रही। वे मई में उदयपुर आए थे और जुलाई में वे राष्ट्रपति बन गए थे।
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