ऑक्सीजन से मरीजों की जान बचे इसके लिए यह निर्णय किया गया। जिला कलक्टर चेतन देवड़ा ने तीन दिन में सीधे पाइप लाइन के जरिए ऑक्सीजन सप्लाई शुरू करने को कहा है। इसमें एमबी चिकित्सालय स्थित लिक्विड ऑक्सिजन प्लांट से एसएसबी वार्ड के 250 रोगियों तक सीधे ऑक्सिजन पहुंचाने के लिए जरूरी आधारभूत संरचना तैयार की जाएगी।
इसके लिए पीडब्ल्यूडी विभाग की गाइड लाइन से सिविल वर्क का कार्य शुरू कर दिया गया, वहां खड्डे खोद दिए गए है। आपातकाल स्थिति को देखते हुए तीन दिन में इस कार्य शुरू करने की तैयारी की जा रही है।
ऐसे पहुंचेगी ऑक्सीजन
लिक्विड ऑक्सिजन प्लांट से वेपोराईजऱ, कम्प्रेशर, टॉवर व पाइपलाइन के माध्यम से ऑक्सिजन गैस सीधे मरीज तक पहुंचेगी। इसमें गैस सिलेंडर की आवश्यकता भी नहीं होगी तथा गैस का अपव्यय भी रुकेगा। असल में सिलेंडर मरीजों के लगे होने से खाली सिलेंडर की कमी भी बहुत सामने आई लेकिन पाइप लाइन लगने से यह समस्या दूर हो जाएगी। कलक्टर ने प्राचार्य डा. लाखन पोसवाल को यह कार्य शुरू करने के साथ ही तीन दिन में व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पाबंद किया। सचिव अरुण कुमार हासिजा ने बताया कि यूआइटी ने तत्काल 50 लाख रुपए की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी गई। यूआइटी की टीमें इस संकट में ऑक्सीजन सिलेंडर जुटाने से लेकर कई सेवा कार्य में लगी है।
पूरे एमबी हॉस्पिटल में भी पाइप लाइन की तैयारी
प्रशासन पूरे एमबी हॉस्पिटल में भी गैस पाइप लाइन की तैयारी कर रहा है। वार्डोँ में सीधे ऑक्सीजन की बजाय पाइप लाइन के जरिए ऑक्सीजन सप्लाई हो इसके लिए प्लान बनाया जा रहा है। तैयारी इस कदर की जा रही है कि इस समय ही इस प्रोजेक्ट को भी पूरा कर लिया जाए। इसके वित्तीय व्यवस्था को लेकर मंथन किया जा रहा है।
ऐसे पहुंचेगी ऑक्सीजन
लिक्विड ऑक्सिजन प्लांट से वेपोराईजऱ, कम्प्रेशर, टॉवर व पाइपलाइन के माध्यम से ऑक्सिजन गैस सीधे मरीज तक पहुंचेगी। इसमें गैस सिलेंडर की आवश्यकता भी नहीं होगी तथा गैस का अपव्यय भी रुकेगा। असल में सिलेंडर मरीजों के लगे होने से खाली सिलेंडर की कमी भी बहुत सामने आई लेकिन पाइप लाइन लगने से यह समस्या दूर हो जाएगी। कलक्टर ने प्राचार्य डा. लाखन पोसवाल को यह कार्य शुरू करने के साथ ही तीन दिन में व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पाबंद किया। सचिव अरुण कुमार हासिजा ने बताया कि यूआइटी ने तत्काल 50 लाख रुपए की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी गई। यूआइटी की टीमें इस संकट में ऑक्सीजन सिलेंडर जुटाने से लेकर कई सेवा कार्य में लगी है।
पूरे एमबी हॉस्पिटल में भी पाइप लाइन की तैयारी
प्रशासन पूरे एमबी हॉस्पिटल में भी गैस पाइप लाइन की तैयारी कर रहा है। वार्डोँ में सीधे ऑक्सीजन की बजाय पाइप लाइन के जरिए ऑक्सीजन सप्लाई हो इसके लिए प्लान बनाया जा रहा है। तैयारी इस कदर की जा रही है कि इस समय ही इस प्रोजेक्ट को भी पूरा कर लिया जाए। इसके वित्तीय व्यवस्था को लेकर मंथन किया जा रहा है।