READ MORE: PATRIKA STING: शिल्पग्राम में लग रहा सट्टा और प्रशासन तक बेखबर, बच्चों से बड़े तक सबकी कट रही जेब, देखें वीडियो ये है पुस्तक में पुस्तक में आठ वर्षीय बालिका सिम्मी की पूरी दिनचर्या दी गई है। पहला पाठ है सिम्मी डे आउट, इसमें वह भूरू नामक कुत्ते से दोस्ती करती है, फिर उसके साथ खेलती है। वह सुबह होते ही पार्क में खेलने चली जाती है, वहां से उसकी मां उसे सुबह के दैनिक कार्यों के लिए बुलाती है, हाथ धोकर कुछ
चीज खाने की बात सिखाती है। ऐसे ही सिम्मी जब स्कूल जाती है, तो उसे भी स्वच्छता के कक्षा में अंक दिए जाते है। हालांकि एक गलती के कारण सिम्मी बीमार हो जाती है, और वह फिर कैसे ठीक होती है, उसकी पूरी कहानी दी गई है।
यह पुस्तक को स्वच्छता के लिए पूरक पाठ्य सामग्री के रूप में तैयार किया गया है। जो प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के बच्चों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाएगी, ताकि बच्चे अपनी दिनचर्या में सफाई का
ध्यान रख सकें।
हृषिकेश सेनापति, निदेशक राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद