लाइन से 215 जवान
पुलिस प्रशासन ने एक स्थान या थाने में 5 साल से नियुक्त जवान एवं हेड कांस्टेबल की सूची तैयार की थी। इससे पहले व्यवस्था के तहत प्रत्येक जवान से उनकी पसंदीदा दो या तीन थानों की सूची मांगी थी। ताकि सुविधा अनुसार उन्हें थानों में लगाया जा सके। सूची में 465 जवानों में शामिल 215 लाइन के जवानों ने थाने में ज्वाइनिंग देने में तत्परता दिखाई, जबकि शहरी इलाकों में आने के इच्छुक जवानों ने भी तत्काल रिलीव ऑर्डर लेकर जॉइनिंग दी, लेकिन यातायात सहित हिरण मगरी, हाथीपोल, भूपालपुरा, अंबामाता, गोवद्र्धन विलास थानों में नियुक्त कई पुलिस जवान अब भी नई जगहों पर नियुक्ति से कतरा रहे हैं। उनकी ओर से ज्वाइनिंग को लेकर कारण के तौर पर थाना प्रभारी की ओर से रिलीव नहीं किया जाना बताया जा रहा है।
बात जवानों तक भी सीमित नहीं है। अधिकतम तीन साल की सीमा अवधि गुजार चुके एक थाने के सीआई भी अधिकारियों की सूची में एक उदाहरण हैं, जो निर्धारित अवधि से अधिक समय से एक ही थाने में लगे हुए हैं। इसी तरह कुछ अधिकारी चहेतों की सूची में शामिल होकर तबादले के नाम पर केवल आस-पास के थानों में बदली दे रहे हैं।
90 फीसदी ज्वाइनिंग
मेरी जानकारी में जवानों की तबादला सूची में शामिल 90 फीसदी पुलिस जवानों ने नए स्थानों पर ज्वाइनिंग दे दी है। करीब 10 फीसदी जवानों को आदेश की पालना करनी है। जल्द ही यह प्रक्रिया भी पूरी होगी।
राजेंद्र प्रसाद गोयल, जिला पुलिस अधीक्षक, उदयपुर