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उज्जैन

जिला अस्पताल में एक माह बाद फिर हादसा, मचा अफरी-तफरी

50 साल पुराने जिला अस्पताल में चिल्ड्रन वार्ड की छत से पीओपी सिलिंग का हिस्सा गिरा, बालिका को चोट

उज्जैनSep 14, 2019 / 12:54 am

Mukesh Malavat

Accident after one month in district hospital

50 साल पुराने जिला अस्पताल में चिल्ड्रन वार्ड की छत से पीओपी सिलिंग का हिस्सा गिरा, बालिका को चोट

शाजापुर. जिला मुख्यालय स्थित शासकीय डॉ. भीमराव अंबेडकर जिला चिकित्सालय में ठीक एक माह बाद फिर से हादसा हो गया। जबकि यहां की प्रथम मंजिल पर स्थित चिल्ड्रन वार्डकी छत से पीओपी सिलिंग का बड़ा हिस्सा नीचे पलंग पर आ गिरा। सिलिंग गिरने से यहां पर भर्ती एक बालिका को पैर में चोट आई है। सिलिंग का हिस्सा गिरने से वार्ड में अफरा-तफरी का महौल बन गया। डर के कारण मरीज और उनके परिजन वार्ड से बाहर निकल आए। जिला ऐसे में अस्पताल प्रबंधन को वार्ड खाली करवाना पड़ा। यहां पर भर्ती सभी बच्चों को वर्तमान में मेल सर्जिकल वार्ड में शिफ्ट किया गया है। सूचना मिलने पर पीडब्लयूडी के अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे और जल्द ही वार्ड की छत को ठीक करने की बात कही है।
जिला अस्पताल में प्रथम मंजिल पर स्थित चिल्ड्रन वार्ड में बीमारी के चलते 8 साल की बालिका सलोनी पिता राधेश्याम निवासी शाजापुर को भर्ती कराया था। वहीं वार्ड में लगभग सभी बिस्तरों पर बच्चें भर्ती थी। ऐसे में शुक्रवार सुबह करीब साढ़े 8 बजे वार्ड की छत की पीओपी का कुछ हिस्सा भरभराकर सलोनी पर गिर गया। पीओपी गिरने से सलोनी के पैर में गंभीर चोट आ गई। पीओपी सिलिंग गिरने से वार्ड में भर्ती बच्चों सहित यहां मौजूद सभी अटेंडर सहम गए। डर के कारण सभी लोग एक साथ वार्डसे बाहर आ गया और यहां पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही अस्पताल के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को देखा। अधिकारियों ने वार्डके सभी बच्चों को अस्पताल के भूतल पर स्थित नए बने मेल सर्जिकल वार्ड में शिफ्ट करवाकर इस वार्ड को खाली करवा दिया। बालिका को चोट लगने पर उसकी मां ने बिलखना शुरू कर दिया और बालिका का पैर फैक्चर होने की बात कहने लगी। इधर बालिका को चोट लगने की जानाकरी मिलने पर अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय खंडेलवाल ने उसका एक्स-रे कराकर उपचार कराया। डॉ. खंडेलवाल ने बताया कि बालिका के पैर में चोट लगी हैं, लेकिन चिंता की बात नहीं है। एक्सरे में फ्रैक्चर होना सामने नहीं आया है।
पीडब्ल्यूडी ने कहा जल्द करेंगे ठीक
वार्ड की छत से पीओपी सिलिंग का हिस्सा गिरने की जानकारी अस्पताल प्रबंधन ने पीडब्ल्यूडी को दी। सूचना मिलने के बाद पीडब्ल्यूडी के अधिकारी और कर्मचारी यहां पहुंचे। उन्होंने वार्ड का निरीक्षण किया और बताया कि इसे जल्द ही ठीक करवा दिया जाएगा। हालांकि तब तक इस वार्डको बंद ही रखा जाए। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन ने वार्ड के दरवाजे पर ताला लगा दिया।
पहले भी गिरा था प्लास्टर
शाजापुर जिला अस्पताल भवन 50 साल पूर्ण कर चुका है। जो अब जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है। अनेक बार छतों से प्लाटर गिरने, पानी रीसने आदि समस्याएं जिला अस्पताल में सामने आती रहती है। बीच-बीच में अस्पताल में मरम्मत कार्य भी कराए गए, लेकिन अनेक जगहों से अभी छत के हिस्से जर्जर है, जो कभी भी ढह सकते है और बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं। शुक्रवार को सुबह चिल्ड्रन वार्ड में जो हादसा हुआ ऐसा ही हादसा एक माह पहले 12-13 अगस्त की मध्य रात्रि को जिला अस्प्ताल में हुआ था। जबकि अस्पताल में बनी मेटरनिटी विंग के पास गलियारे के रास्ते पर छत का प्लास्टर गिर गया। हालांकि जिस वक्त ये घटना हुईउसके नीचे कोई मौजूद नहीं था। यदि कोईहोता तो काफी चोंट लग सकती थी। क्योंकि जिस स्थान पर प्लास्टर गिरा था वहां गर्भवती महिलाओं को डिलेवरी के पहले टहलाया जाता है।
ेकई जगह लटक रहा है छज्जा
चिल्ड्रन वार्डछत से पीओपी गिरने के कारण कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन जिला अस्पताल में अनेक स्थानों पर छत जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी है। जिसका छज्जा कभी भी भर-भराकर गिर सकता है। अनेक स्थानों पर पिलर लगाकर छत को रोका गया है तो कहीं प्लास्टर गिरने की कगार पर है। जर्जर अस्पताल भवन की मरम्मत का काम करने वाला लोकनिर्माण विभाग इसे खतरनाक बता चुका है। अक्सर बरसात में छत, दीवार, प्लास्टर गिरने के घटनाए सामने आती है। करीब दो साल पहले हुए इनोविगेशन में दीवारों पर टाइल्स लगाए गए थे, जो लगाने के कुछ दिनों बाद ही गिरने लगे है।
&जिला अस्पला की प्रथम मंजिल पर स्थित चिल्ड्रन वार्ड की छत की पीओपी का कुछ हिस्सा गिर गया था। इससे एक बालिका को पैर में चोट आई है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को बुलाकर वार्ड का निरीक्षण कराया है। उन्होंने जल्द ही वार्ड को दुरुस्त करने की बात कही है। हालांकि जब तक वार्ड की मरम्मत नहीं हो जाती तब तक यहां भर्ती सभी बच्चों को एक खाली पड़े मेल सर्जिकल वार्ड में शिफ्ट किया गया है। डॉ. एसडी जायसवाल, प्रभारी सिविल सर्जन, जिला अस्पताल-शाजापुर

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