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दरअसल यहां महाकाल की शादी का रिसेप्शन (Mahakal Reception) दिया जा रहा है। उज्जैन में महाशिवरात्रि के बाद शिव विवाह पर नगर भोज दिया जाता रहा है। इस साल भी यह परंपरा निभाई जा रही है जिसके लिए कई क्विंटल पूरी और सब्जी बनाई जा रही है। इतना ही नहीं, हजारों लोगों के लिए यहां 56 भोग भी बनाए जा रहे हैं।
18 मार्च को वैवाहिक कार्यक्रमों की शुरुआत के बाद 19 मार्च को दोपहर में बारात निकाली जाएगी। इसके बाद शाम को शादी की महाप्रसादी यानि रिसेप्शन होगा। रामघाट स्थित छतरी वाले गणेश (Chhatri wale Ganesh Mandir) मंदिर प्रांगण में यह कार्यक्रम होगा।
इस रिसेप्शन में महाकाल के 50 हजार से ज्यादा भक्तों (Mahakal Devotees) के आने की उम्मीद है। आयोजकों द्वारा नगर भोज के लिए जबर्दस्त तैयारी की जा रही है। यहां आनेवालों के लिए शुद्ध घी की नुक्ति यानि बूंदी बनाई जा रही है। नगर भोज के मेन्यू में खोपरा पाक, खमण, शिकंजी, लस्सी के साथ पानी बताशे भी शामिल हैं।
नगर भोज में करीब 40 क्विंटल आटे की पुरी बनाई जाएगी। 15 क्विंटल सब्जी और 5 क्विंटल पुलाव भी बनाया जाएगा। स्वादिष्ट भोजन के साथ महाकाल के भक्तों के लिए 56 पकवान बनाए जा रहे हैं। भोजन के बाद पान मिलेंगे और चाय— कॉफी की व्यवस्था भी की गई है।