महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के गर्भगृह में मोबाइल फोन (mobile phone) ले जाने, सेल्फी लेने और वीडियो बनाने पर बैन की खबरों के बाद राजनीति गर्माई हुई है। कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर आरोप लगाए हैं, साथ ही इस फैसले को भेदभावपूर्ण कदम बताया है।
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डा. गोविंद सिंह बोले- राहुल को फोटो खिंचाने का शौक नहीं
कांग्रेस के दिग्गज नेता डॉ. गोविंद सिंह ने मीडिया से कहा है कि बीजेपी सरकार (bjp govt) प्रजातंत्र का गला घोंट रही है। भाजपा सरकार ने महाकाल लोक में घपले किए हैं। यह कहीं उजागर न हो जाएं, इसलिए प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। डा. गोविंद सिंह (dr govind singh) का यह भी कहना है कि राहुल गांधी को फोटो खिंचाने का कोई शौक नहीं है।
पीसी शर्मा बोले- भाजपा डर गई
डा. गोविंद सिंह के अलावा पूर्व मंत्री पीसी शर्मा (ex minister and Congress mla pc sharma) भी बेहद नाराज हैं। उन्होंने कहा है कि बीजेपी राहुल गांधी की यात्रा से डर गई है। क्योंकि उनकी यात्रा में काफी भीड़ उमड़ रही है।
कांग्रेस विधायक बोले- राजनीतिक मंशा से किया गया
उज्जैन जिले के कांग्रेस विधायक महेश परमार (congress mla mahesh parmar) भी इस फैसले से भड़के हुए हैं। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी का 1 दिसंबर को महाकाल मंदिर में दर्शन का कार्यक्रम होना है। राहुल गांधी महाकाल के भक्त हैं, वह पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ पूजा-अर्चना करने वाले हैं, लेकिन उनके दर्शन से पहले ही महाकाल के गर्भ गृह और नंदी हॉल में मोबाइल के इस्तेमाल, सेल्फी लेने और वीडियो ग्राफी करने पर रोक लगाना राजनीतिक मंशा को जाहिर करता है।
मंत्री भूपेंद्र सिंह बोले- गर्भगृह में पहले से ही है प्रतिबंध
इधर, कांग्रेस के आरोपों पर मंत्री भूपेंद्र सिंह (minister bhupendra singh) का कहना है कि महाकाल गर्भगृह में कभी फोटो नहीं ली जाती है। कांग्रेस को हर बात में राजनीति करना है, इसलिए कांग्रेस हर विषय पर राजनीति करती है। गर्भगृह में पहले से रोक है, कोई नहीं बात नहीं है। इधर, सोशल मीडिया पर मंत्री भूपेंद्र सिंह के गर्भगृह में दर्शन करने वाले फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
गृहमंत्री बोले यह फैसला प्रशासनिक समिति का है
इधर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र (dr narottam mishra) का कहना है कि महाकाल मंदिर में फोटो नहीं खीचें जाने संबंधी निर्णय वहां की प्रशासनिक समिति का है। इसका राहुल गांधी के दौरे से कोई संबंध नहीं है। गृहमंत्री के भी गर्भगृह में दर्शन करने वाले फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
नंदी हॉल और गर्भगृह में मोबाइल पूर्णत: प्रतिबंधित
दरअसल, 1500 रुपए की रसीद लेकर नंदी हॉल और गर्भगृह तक आने वाले श्रद्धालुओं को मोबाइल ले जाने पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा, क्योंकि उनके द्वारा गलियारे और चांदी गेट के समीप यहां खड़े होकर सेल्फी तथा फोटोग्राफी की जाती है, इस पर भी सख्ती से रोक लगाई जाएगी। सभी श्रद्धालुओं के मोबाइल प्रवेश द्वार पर लॉकर में रखवा लिए जाएंगे। फोटोग्राफी और वीडियो ग्राफी का यह प्रतिबंध गर्भगृह और नंदी हाल में रहेगा।
मंदिर प्रशासन के संदीप सोनी के मुताबिक सिर्फ नंदी हाल और गर्भगृह में श्रद्धालु फोटो नहीं खींच सकते हैं। हाल ही में उज्जैन मेयर और एक युवती के मंदिर परिसर में रील बनाने से काफी विवाद हुआ था। अब इससे छुटाकारा पाने के लिए मंदिर प्रबंदन ने गर्भगृह में फोटो लेने पर प्रतिबंध लगाया है। हालांकि प्रबंधन इसके पीछे दर्शन व्यवस्था में विलंब होने की शिकायत को अहम कारण बता रहा है। उसका मानना है कि गर्भगृह में फोटो लेे के कारण भक्त बाकी भक्त ठीक से दर्शन नहीं कर पाते हैं और दर्शन में देरी हो जाती है।
कांग्रेस नेताओं ने की राहुल गांधी से मुलाकात
इधर, बुधवार को मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेता महाराष्ट्र पहुंचे और भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी से मुलाकात की। इस यात्रा के राष्ट्रीय समन्वयक दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी जेपी अग्रवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव सहित अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।